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NEET UG ( Photo Credit : social media)
हाल ही में NEET एग्जाम के रिजल्ट सामने आए, जिसने सभी को चौंका दिया. जो अंक किसी को भी किसी भी तरह से मिलना संभव ही नहीं ऐसे अंक छात्रों को प्राप्त हुए है. इससे पूरे एग्जाम पर अब गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं. वही इसपर चंद्रपुर की NEET एग्जाम क्रेक कर चुकी छात्रा ने भी इस पूरे मामले को लेकर जांच की मांग की है. मेडिकल के लिए NEET एग्जाम निकालना अनिवार्य है. मेडिकल की चाह रखने वाले छात्र NEET के जरिये अच्छे कॉलेज में दाखिला मिले जिसके लिए काफी मेहनत करते है. मगर कभी ऐसा हो जाये, जिसमे एग्जाम के अंकों में ही स्कैम हो जाए, ऐसे में मेडिकल के सपने देख रहे उन छात्रों का क्या होगा.
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कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने नीट रिजल्ट घोटाले की जांच को लेकर सुप्रीम कोर्ट से की मांग की है. खड़गे ने कहा, पेपर लीक, धांधली और भ्रष्टाचार NEET समेत कई परीक्षाओं का अभिन्न अंग बन गई हैं. इसकी सीधी ज़िम्मेदारी मोदी सरकार की है. अभ्यार्थियों के लिए भर्ती परीक्षाओं में भाग लेना, फिर अनेकों अनियमितताओं से जूझना, पेपर लीक के चक्रव्यूह में फंसना, उनके भविष्य से खिलवाड़ है. भाजपा ने देश के युवाओं को ठगा है. हमारी मांग है कि सुप्रीम कोर्ट की देखरेख में एक उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए जिससे NEET व अन्य परीक्षाओं में भाग लेने वाले हमारे प्रतिभाशाली छात्र-छात्राओं को न्याय मिले. नीट रिजल्ट के इतिहास में पहली बार रैंक 1 प्राप्त करने वाले 67 उम्मीदवारों ने टॉप किया. इसके बाद छात्र, विशेषज्ञ के संग राजनेताओं ने सवाल खड़े करने आरंभ कर दिए हैं.
पेपर लीक, धांधली और भ्रष्टाचार NEET समेत कई परीक्षाओं का अभिन्न अंग बन गई हैं।
इसकी सीधी ज़िम्मेदारी मोदी सरकार की है।
अभ्यार्थियों के लिए भर्ती परीक्षाओं में भाग लेना, फिर अनेकों अनियमितताओं से जूझना, पेपर लीक के चक्रव्यूह में फँसना, उनके भविष्य से खिलवाड़ है।
भाजपा ने देश… pic.twitter.com/bwlGehAsxO
— Mallikarjun Kharge (@kharge) June 7, 2024
क्या है NEET UG 2024 Scam?
नीट रिजल्ट के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है कि 67 टॉपर्स ने रैंक एक प्राप्त की है. टॉपर की लिस्ट पर भी सवाल खड़े हो चुके हैं. इसमें सीरियल नंबर, रोल नंबर, नाम, मार्क्स और रैंक के साथ गड़बड़ी के आरोप लगाए हैं. आरोप है कि इसमें जो रोल नंबर शामिल हैं वे सभी रोल नंबर एक ही सेंटर या नजदीकी सेंटर हैं. इस बारे में एनटीए का कहना है कि इस वर्ष पिछले कई सालों से सबसे अधिक उम्मीदवारों ने नीट में हिस्सा लिया था. यही वजह है कि टॉपर्स तादात में बढ़ोतरी हुई.
Source : News Nation Bureau