NEET-UG Row: नेशन एलिजिबिलिटी एंट्रेन्स टेस्ट (NEET) को लेकर उठे विवाद के बीच गुरुवार 13 जून को देश की सर्वोच्च अदालत से एक बड़ी राहत की खबर सामने आई. ये राहत उन स्टूडेंट्स के लिए रही जिन्हें ग्रेस मार्क्स मिले थे. दरअसल कोर्ट ने साफ कर दिया कि जिन स्टूडेंट्स को गेर्स मार्क्स मिले थे उन्हें दोबारा एग्जाम देना होगी. इस एग्जाम में कुल 1563 स्टूडेंट्स हिस्सा लेंगे. सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस विक्रम नाथ और जस्टिस संदीप मेहता की बेंच ने इस मामले पर सुनवाई की. इस मामले में अगली सुनवाई 8 जुलाई को होगी, वहीं ग्रेस मार्क्स वाले स्टूडेंट्स की री-नीट 23 जून को संभावित है. इस बीच सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई और री-नीट को लेकर केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान का भी बड़ा बयान सामने आया है.
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NEET विवाद के बीच क्या बोले शिक्षा मंत्री
NEET-UG विवाद के बीच केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान का भी बयान सामने आया है. सुप्रीम कोर्ट में चल सुनवाई के बीच शिक्षा मंत्री ने कहा है कि नीट एग्जाम में कोई भी भ्रष्टाचार नहीं हुआ है. उन्होंने कहा कि, नीट एग्जाम में हर वर्ष 24 लाख स्टूडेंट्स हिस्सा लेते हैं. मामला कोर्ट में चल रहा है और 1500 से ज्यादा स्टूडेंट्स के करियर से जुड़ा है, ऐसे में सरकार पूरी तरह इस मामले पर कोर्ट को जवाब देने के लिए तैयार है.
धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि इस अहम मुद्दे पर लगातार विचार किया जा रहा है और शिक्षाविदों की समिति भी बनाई गई है जो इस पर अपने विचार और क्या कुछ हो सकता है इसको लेकर मंथन कर रही है. उनके सुझावों को माननीय अदालत के सामने पेश किया जाएगा.
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दोषियों के खिलाफ होगी कार्रवाई
शिक्षा मंत्री प्रधान ने यह भी कहा कि इस मामले में जो भी जिम्मेदार होंगे या फिर दोषी पाए जाएंगे उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. हालांकि उन्होंने इसमें किसी भी तरह के भ्रष्टाचार से साफ इंकार कर दिया. बता दें कि NTA देश में तीन प्रमुख एग्जाम NEET, JEE और CUET का सफलतापूर्व आयोजन करता है.
Source : News Nation Bureau