logo-image

NEET Exam 2024: नीट ने लागू किया टाई ब्रेकर पॉलिसी, ऐसे तय होंगे कैंडिडेट के रिजल्ट

मेडिकल की तैयारी करने वालों के लिए नीट एक्जाम पास करना बेहद जरूरी होता है. इसके जरिए वो मेडिकल कॉलेज में दाखिला लेते हैं.

Updated on: 01 Mar 2024, 07:59 PM

नई दिल्ली:

Tie Breaker Policy 2024: नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने नीट यूजी 2024 एक्जाम के लिए रजिस्ट्रेशन प्रोसेस शुरू कर दिया है. जानकारी के मुताबिक नीट यूजी की परीक्षा 5 मई 2024 को होने वाली है. वहीं, इसके लिए सारी तैयारियां की जा रही है. जो भी कैंडिडेट इस परीक्षा में भाग लेना चाहते हैं वो नीट के आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर रजिस्ट्रेशन के जरिए अप्लाई कर सकते हैं. वहीं,नीट ने देश में ही नहीं विदेश में भी एग्जाम सेंटर बनाए हैं. वहीं, आप सोचते होंगे की समान अंक लाने के बाद भी कैंडिडेट आगे कैसे हो जाता है. कैसे होता है नीट परीक्षा का मूल्यांकन ? इन सभी सवालों का जवाब इस आर्टिकल के जरिए हम देंगे. 

मेडिकल की तैयारी करने वालों के लिए नीट एग्जाम पास करना बेहद जरूरी होता है. इसके जरिए वो मेडिकल कॉलेज में दाखिला लेते हैं. इस परीक्षा में हर साल लाखों कैंडिडेट भाग लेते हैं लेकिन उन में से कुछ ही छात्र पास कर पाते हैं. ऐसे में देखा जाता है कि समान नंबर के एक साथ कई कैंडिडेट होते है लेकिन किसी की रैंक कम होती है और किसी की ज्यादा. ऐसे में रिजल्ट तैयार करना एक बड़ी परेशानी का काम है. लेकिन नीट इसके एनटीए नीट टाई ब्रेकर नीति के जरिए रिजल्ट और रैंक का चुनाव करता है. इस आर्टिकल के जरिए जानें की टाई ब्रेकर नीति 2024 क्या है.

टाई ब्रेकर नीति 2024 लागू

नेशनल टेस्टिंग एजेंसी नीट एग्जाम 2024 के लिए नीट टाई ब्रेकर नीति 2024 लागू कर दी है. यह नियम उस स्थिति में लागू होगा जब दो छात्र समान अंक लाएंगे. हालांकि, रैंक क्या होगी ये उसके परीक्षा के परिणाम और पर निर्भर होगा. नीट टाई ब्रेकर पॉलिसी 2024 में तकनीक का रोल बहुत ही अहम होने वाला है. एनटीए ने नए रूल के मुताबिक अगर कोई दो कैंडिडेट एक ही अंक या परसेंटाइल लाता है तो इसके लिए कुछ तरीका अपनाया जाएगा.

ये होगा मेथड

1. नीट की परीक्षा में दोनों कैंडिडेट में से बायोलॉजी में अधिक नंबर होंगे उसे रैंक में फायदा होगा. 
2.नीट परीक्षा में जो भी कैंडिडेट केमिस्ट्री में अधिक नंबर लाएगा उसे ऊपर का रैंक दिया जाएगा.
3.जो भी कैंडिडेट नीट के एग्जाम में फिजिक्स सब्जेक्ट में ज्यादा मार्क्स लाएगा उसकी रैंक अधिक होगी.
4. जानकारी के मुताबिक इस साल कंप्यूटर के जरिए लकी ड्रॉ का आयोजन किया जाएगा. इसमें जिस कैंडिडेट का नाम कंप्यूटर सलेक्ट करेगा उसे अच्छा रैंक दिया जाएगा.