डेटा साइंस और मशीन लर्निंग (एमएल) नाम से एक नया कोर्स आईआईटी दिल्ली ने लॉच किया है. डेटा के पैटर्न को पता लगाना और उस पर मनन करना एक नई फील्ड बनकर सामने आई है. इस तरह से डेटा को पढ़कर भविष्य के बारे में बताना आसान होगा यानि कंपनी के डेटा को पढ़कर कोई भी प्रोफेशल उसे आने वाले कल को प्रीडिक्ट कर सकेगा. इसके साथ डेटा की मदद से किसी क्षेत्र की प्रगति का भी पता चलता है. इस क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए आईआईटी दिल्ली ने डेटा साइंस और मशीन लर्निंग में सर्टिफिकेट प्रोग्राम का एक नया बैच लॉन्च कर दिया है. इसका रजिस्ट्रेशन भी शुरू हो चुका है.
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प्रमाणपत्र कार्यक्रम
आईआईटी दिल्ली का प्रमाणपत्र कार्यक्रम: विशेषज्ञ मार्गदर्शन और व्यावहारिक कौशल के साथ मास्टर डेटा साइंस और मशीन लर्निंग कोर्स है. यह कार्यक्रम आपको डेटा को पढ़ने और गणना करने की ताकत देता है. आप पायथन प्रोग्रामिंग, सांख्यिकी, गहन शिक्षण और डेटा विज़ुअलाइजेशन के साथ डेटा हैंडलिंग, विश्लेषण और मशीन लर्निंग जैसे प्रमुख कौशल सीख सकते हैं.
चाहे आप एक पेशेवर हो जो अपने कौशल को बढ़ाने की कोशिश में हों या एक स्नातक हों, जो कुछ अलग करना चाहता हो या डेटा विश्लेषण में रुचि रखता हो तो यह कार्यक्रम आपके लिए बिल्कुल सही है. इसके साथ ही इस बात पर विशेष ध्यान दिया गया है कि जेनरेटिव एआई डेटा साइंस और एमएल में कैसे फिट बैठता है.
11.5 मिलियन नौकरियां पैदा करेगा
मशीन लर्निंग और डेटा साइंस सीखना वास्तव में आपको जटिल व्यावसायिक चुनौतियों से निपटने में बड़ा कारगर है. एक अनुमान के अनुसार, डेटा विज्ञान 2026 तक लगभग 11.5 मिलियन नौकरियां पैदा करेगा. अभी इस क्षेत्र में प्रवेश करना आपके भविष्य के लिए स्मार्ट कदम माना जा सकता है.