logo-image

सेना में महिलाओं को परमानेंट कमिशन मिलने में लगेगा वक्त, बन रही पॉलिसी

लेकिन अभी महिलाओं को लड़ाकू भूमिका जैसे पैदलसेना, मशीनीकृत पैदल सेना, विमान और तोपखाने में शामिल होने का विकल्प नहीं है.

Updated on: 22 Jul 2019, 07:59 AM

highlights

  • महिलाओं को परमानेंट कमिशन मिलने में अभी लगेगा और वक्त.
  • इंडियन आर्मी बना रही है इसके लिए पॉलिसी.
  • सेना में महिलाएं अभी शार्ट सर्विस ही दे रही हैं.

नई दिल्ली:

लोकसभा चुनाव 2019 के पहले रक्षा मंत्रालय द्वारा भारतीय सेना के सभी 10 शाखाओं में महिला अधिकारियों को परमानेंट कमिशन को लेकर किए फैसले को लागू होने में अभी कुछ और देरी हो सकती है. अभी तक सेना के सभी 10 विभागों में महिलाएं शार्ट सर्विस कमिशन के जरिए आती थीं. परमानेंट सर्विस कमिशन मिलने के बाद महिलाएं सेना में 54 रााल की उम्र तक अपनी सेवाएं दे सकेंगी.

यह भी पढे़ं: दिल्ली सरकार के स्कूलों में उर्दू शिक्षकों के 631 और पंजाबी के 716 पद खाली

बता दें कि पॉलिसी बनने के बाद इसे फिर से रक्षा मंत्रालय के पास मंजूरी के लिए भेजा जाएगा जिसके बाद यह पॉलिसी लागू हो पाएगी. इस पूरी प्रक्रिया में समय लग रहा है जिसके कारण पॉलिसी लागू होने में देरी होने की संभावना है.
सूत्रों के मुताबिक, केंद्र सरकार ने इस पर मंजूरी दे दी है और अब सेना इस पर पॉलिसी बना रही है. सेना के एक सीनियर अधिकारी के मुताबिक, सभी 10 ब्रांचों में महिलाओं को परमानेंट कमिशन दिये जाने के सारे इंतजाम किए जा रहे हैं. सेना को इस चेंज से आने वाले खर्चे का हिसाब भी लगाना पड़ेगा.

यह भी पढे़ं: एमएस धोनी को मेजर जनरल बिपिन रावत ने दी ये बड़ी सौगात

क्या है शॉर्ट सर्विस कमीशन
शार्ट सर्विस कमीशन के अनुसार, एक महिला अधिकारी 10-14 वर्ष तक ही काम कर सकती है. महिला अधिकारियों को सेना सेवा कॉर्प्स, युद्ध सामग्री(आर्डनेंस), शिक्षा कॉर्प्स, न्यायाधीश, महाधिवक्ता, अभियंता, सिगनल्स, खुफिया और इलेक्ट्रिकल व मैकेनिकल इंजीनियरिंग शाखाओं में शामिल होने की अनुमति मिलती है. लेकिन अभी महिलाओं को लड़ाकू भूमिका जैसे पैदलसेना, मशीनीकृत पैदल सेना, विमान और तोपखाने में शामिल होने का विकल्प नहीं है.
इससे पहले भारतीय वायुसेना और भारतीय नौसेना ने महिला अधिकारियों को स्थायी कमिशन में शामिल होने की अनुमति दी, यहां तक कि दोनों ने महिलाओं के लिए समान लड़ाकू भूमिका के दरवाजे भी खोले.

यह भी पढे़ं: बीएसएफ में शामिल हुए सहायक कमांडेंट के रूप 49 नये अधिकारी, सेना की बढ़ी ताकत

सेना में लगभग 1,561 महिला अधिकारी हैं. वायुसेना में 1,594 और नौसेना में 644 महिला अधिकारी हैं. महिलाओं को सेना की तीनों इकाइयों में सैनिक(ट्रूप) के तौर पर नहीं, बल्कि केवल अधिकारी के तौर पर शामिल किया जाता है.