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Uttar Pradesh Board : उत्तर प्रदेश में 10 साल के कृष्णा ने 10वीं की परीक्षा पास कर ली

11 साल के होने वाले आदित्य ने हिंदी में 82, अंग्रेजी में 83, गणित में 64, विज्ञान में 76, सामाजिक विज्ञान में 84 और कला में 86 अंक हासिल किए हैं.

Updated on: 01 Aug 2021, 03:53 PM

highlights

  • दस साल के एक बच्चे ने 79 फीसदी अंक हासिल कर 10वीं की परीक्षा पास की है
  • स्कूलों के जिला निरीक्षक मुकेश कुमार सिंह ने कहा, वह एक असाधारण मेधावी छात्र हैं
  • अपनी उम्र के कई लोगों और यहां तक कि वरिष्ठ छात्रों के लिए भी प्रेरणा हैं

लखनऊ:

उत्तर प्रदेश बोर्ड (Uttar Pradesh Board) में दस साल के एक बच्चे ने 79 फीसदी अंक हासिल कर 10वीं की परीक्षा पास की है. विलक्षण बालक राष्ट्रम आदित्य श्रीकृष्ण ने कक्षा 10 की परीक्षा में बैठने के लिए विशेष अनुमति प्राप्त की थी. इस साल 17 अक्टूबर को 11 साल के होने वाले आदित्य ने हिंदी में 82, अंग्रेजी में 83, गणित में 64, विज्ञान में 76, सामाजिक विज्ञान में 84 और कला में 86 अंक हासिल किए हैं. स्कूलों के जिला निरीक्षक मुकेश कुमार सिंह ने कहा, वह एक असाधारण मेधावी छात्र हैं और अपनी उम्र के कई लोगों और यहां तक कि वरिष्ठ छात्रों के लिए भी प्रेरणा हैं. उनकी असाधारण प्रतिभा को देखते हुए, यूपी माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (यूपीएसईबी) ने 2019 में उन्हें विशेष अनुमति दी थी जिसके बाद उन्हें लखनऊ के एमडी शुक्ला इंटर कॉलेज में कक्षा 9 में दाखिला मिला.

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प्रिंसिपल एचएन उपाध्याय ने कहा, आदित्य एक उत्साही छात्र हैं, और किसी भी अवधारणा को समझने में तेज हैं. वह विषयों को अपनी आंखें बंद करके भी हल कर सकते हैं. वह योग से भी अच्छी तरह से वाकिफ हैं और सामाजिक मुद्दों पर लंबी बात कर सकता हैं. वह हमारे स्कूल के लिए एक संपत्ति है. यह दूसरी बार है जब यूपीएसईबी ने तुलनात्मक रूप से छोटे बच्चे को कक्षा 10 की बोर्ड परीक्षाओं में बैठने की अनुमति दी है. इससे पहले, बाल विलक्षण सुषमा वर्मा ने पांच साल की उम्र में कक्षा 9 में दाखिला लिया था. 2007 में यूपी बोर्ड की परीक्षा पास करने के बाद वह देश की सबसे कम उम्र की मैट्रिक पास बनीं.

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यह दूसरी बार है जब यूपीएसईबी ने तुलनात्मक रूप से छोटे बच्चे को कक्षा 10 की बोर्ड परीक्षाओं में बैठने की अनुमति दी है इससे पहले, बाल विलक्षण सुषमा वर्मा ने पांच साल की उम्र में कक्षा 9 में दाखिला लिया था. 2007 में यूपी बोर्ड की परीक्षा पास करने के बाद वह देश की सबसे कम उम्र की मैट्रिक पास बनीं. बोर्ड के नियम कहते हैं कि कक्षा 10 की बोर्ड परीक्षा में बैठने के लिए एक छात्र की आयु कम से कम 14 वर्ष होनी चाहिए.