20 जून तक CBSE 10वीं बोर्ड का रिजल्ट, तय किया अंक फार्मूला
प्रत्येक विषय में 20 अंक आंतरिक मूल्यांकन के लिए होंगे. शेष 80 अंक वर्षभर की विभिन्न परीक्षाओं में छात्रों के प्रदर्शन के आधार पर दिए जाएंगे.
highlights
- 20 जून तक घोषित कर दिया जाएगा सीबीएसई का 10वीं का रिजल्ट
- बोर्ड ने अंक देने का मॉडल किया फाइनल. पारदर्शी होगी व्यवस्था
- पक्षपात करने वाले स्कूलों की रद्द हो सकती है मान्यता
नई दिल्ली:
10वीं बोर्ड परीक्षा में शामिल न हो सके छात्रों को किस आधार पर अंक दिए जाएंगे सीबीएसई ने इसका फामूर्ला तैयार कर लिया है. सीबीएसई ने तय किया है कि 10वीं बोर्ड परीक्षा का परिणाम 20 जून तक घोषित किया जाएगा. केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने नोटिफिकेशन जारी किया है. इस नोटिफिकेशन में 10वीं बोर्ड के लिए अंक तय करने नीति घोषित की गई है. नोटिफिकेशन के मुताबिक प्रत्येक विषय में 20 अंक आंतरिक मूल्यांकन के लिए होंगे. शेष 80 अंक वर्षभर की विभिन्न परीक्षाओं में छात्रों के प्रदर्शन के आधार पर दिए जाएंगे.
सीबीएसई परीक्षा नियंत्रक संयम भारद्वाज ने नोटिफिकेशन के माध्यम से बताया कि वर्ष 2021 के लिए अधिकतम 20 अंक आंतरिक मूल्यांकन से, 10 अंक यूनिट टेस्ट, 30 अंक मिड टर्म एग्जाम और 40 अंक प्री-बोर्ड परीक्षा के आधार पर मिलेंगे. बोर्ड ने स्कूलों को परिणाम को अंतिम रूप देने के लिए प्रिंसिपल और सात शिक्षकों वाली एक परिणाम समिति भी बनाने को भी कहा है. इस समिति में गणित, सामाजिक विज्ञान, विज्ञान और दो भाषाओं के शिक्षक होने चाहिए. साथ पड़ोसी स्कूलों के दो शिक्षकों को समिति के बाहरी सदस्यों के रूप में चुना जाएगा.
अंक देने में पक्षपात पूर्ण रवैया की शिकायत मिलने पर सीबीएसई स्कूलों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी. इसके तहत स्कूलों पर जुर्माना लगाया जा सकता है या फिर उनकी मान्यता भी रद्द की जा सकती है. सीबीएसई के मुताबिक सभी स्कूलों को अपने रिजल्ट से जुड़ी पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन अपलोड करनी होगी. ऐसा इसलिए किया जा रहा है ताकि रिजल्ट प्रक्रिया को पूरी तरह से पारदर्शी रखा जा सके. वहीं जो छात्र इस माध्यम से मिले नंबरों से खुश नहीं होंगे, उन्हें एग्जाम देकर अंक हासिल करने का मौका दिया जा सकता है.
गौरतलब है कि कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए इस वर्ष 10वीं की बोर्ड परीक्षाएं रद्द की जा चुकी हैं. वहीं 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं स्थगित कर दी गई हैं. केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय द्वारा यह फैसला छात्रों एवं शिक्षकों को कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए लिया गया है. इससे पहले सीबीएसई ने दसवीं बोर्ड के रिजल्ट के लिए अपने सभी स्कूलों को एक फार्मेट भेजा था. इस फार्मेट में स्कूल में हुए सालभर के प्रोजेक्ट वर्क, असाइनमेंट आदि की जानकारी मांगी गयी थी. इसके आधार पर ही अब फाइनल रिजल्ट तैयारी किया जाएगा.
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