बिहार बोर्ड मैट्रिक की 8 लाख कॉपियों में से महज इतनी कॉपियां हुईं चेक, रिजल्ट के तिथियों पर पड़ेगा असर
उन्होंने प्राथमिक, मध्य, माध्यमिक और उच्च माध्यमिक स्कूल के शिक्षकों से मूल्यांकन में शामिल होने की अपील की है.
नई दिल्ली:
बिहार बोर्ड (Bihar Board School Examination) की परीक्षाएं संपन्न हो गई हैं. कॉपियों को चेक किया जा रहा है. इंटर के कॉपियों का मूल्यांकन अब अंतिम चरण में है. वहीं दूसरी तरफ बिहार बोर्ड मैट्रिक (Matric Result) की 8 लाख कॉपियों में से अभी 2.50 लाख कॉपियां ही चेक हुई हैं. इसके बाद पटना जिला शिक्षा पदाधिकारी ज्योति कुमार ने कॉपी चेक करने के लिए अधिक से अधिक परीक्षकों को लगाने के लिए कहा है. उन्होंने कहा कि तय समय पर रिजल्ट देने के लिए ज्यादा से ज्यादा परीक्षकों को लगाना होगा.
यह भी पढ़ें- कमलनाथ सरकार को एक दिन का और जीवनदान, सुप्रीम कोर्ट ने नोटिस जारी कर कल तक टाली सुनवाई
मैट्रिक मूल्यांकन 6 मार्च से शुरू
उन्होंने प्राथमिक, मध्य, माध्यमिक और उच्च माध्यमिक स्कूल के शिक्षकों से मूल्यांकन में शामिल होने की अपील की है. बता दें कि मैट्रिक मूल्यांकन 6 मार्च से शुरू हुआ है था. कॉपी चेक करने के 10 दिन हो गए हैं, लेकिन इसके बावजूद भी सभी शिक्षकों ने सही से योगदान नहीं दिया. जिसके चलते मुल्यांकन कार्य काफी प्रभावित हो रहा है. कॉपी चेक काफी धीमा हो रहा है.
यह भी पढ़ें- शेयर बाजार (Share Market) में आई भारी गिरावट के बीच ऐसे Top 10 शेयर जो बदल सकते हैं आपकी जिंदगी
8 लाख उत्तर पुस्तिकाओं की जांच करनी है
पटना जिला शिक्षा कार्यालय की मानें तो पटना जिले में 8 लाख उत्तर पुस्तिकाओं की जांच करनी है. इसके लिए 2650 परीक्षकों को लगाया गया था, लेकिन अब तक केवल 1481 शिक्षकों ने ही योगदान दिया है. साथ ही ढाई लाख कॉपियों का ही मूल्यांकन हो पाया है. शिक्षकों के हड़ताल पर जाने के कारण काफी संख्या में शिक्षक मूल्यांकन में शामिल नहीं हुए हैं. पटना जिला शिक्षा कार्यालय अब तक 120 शिक्षकों पर कार्रवाई भी कर चुका है.
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Good Friday 2024: क्यों मनाया जाता है गुड फ्राइडे, जानें प्रभु यीशु के बलिदान की कहानी
-
Sheetala Ashtami 2024: कब है 2024 में शीतला अष्टमी? जानें पूजा कि विधि, शुभ मुहूर्त और महत्व
-
Chaitra Navaratri 2024: भारत ही नहीं, दुनिया के इन देशों में भी है माता के शक्तिपीठ
-
Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य के अनुसार देश का शासक कैसा होना चाहिए, जानें