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उत्तर पूर्वी दिल्ली में हालात शांत मगर तनावपूर्ण, बोर्ड परीक्षाओं में बैठे विद्यार्थी

उत्तर पूर्वी दिल्ली के किसी भी इलाके से हिंसा की कोई सूचना नहीं है. जाफराबाद, मौजपुर, बाबरपुर, चांद बाग, शिव विहार, भजनपुरा, यमुना विहार और मुस्तफाबाद में बड़ी संख्या में सुरक्षा बलों की तैनाती है.

Updated on: 02 Mar 2020, 04:14 PM

दिल्ली:

उत्तर पूर्वी दिल्ली के दंगा (Riots) प्रभावित इलाकों में विद्यार्थी सुरक्षा बलों की भारी तैनाती के बीच सोमवार को बोर्ड परीक्षाओं में बैठे. अधिकारियों का कहना है कि इलाके में हालात शांत तो हैं लेकिन तनाव भी बना हुआ है. उत्तर पूर्वी दिल्ली के किसी भी इलाके से हिंसा (Violence) की कोई सूचना नहीं है. जाफराबाद, मौजपुर, बाबरपुर, चांद बाग, शिव विहार, भजनपुरा, यमुना विहार और मुस्तफाबाद में बड़ी संख्या में सुरक्षा बलों की तैनाती है.

विद्यार्थियों ने बोर्ड का इम्तिहान दिया

अधिकारियों का कहना है कि मृतकों की संख्या 42 है. हालांकि रविवार को उत्तर पूर्वी दिल्ली के नालों से चार और शव निकाले गए हैं. हिंसा प्रभावित इलाके में कई विद्यार्थियों ने बोर्ड का इम्तिहान दिया. केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने रविवार को कहा था कि उत्तर पूर्वी दिल्ली के हिंसा प्रभावित हिस्सों में बोर्ड परीक्षाओं को टालने से छात्रों के मेडिकल और इंजीनियरिंग जैसे पेशेवर पाठ्यक्रमों में दाखिला सुरक्षित करने के अवसर प्रभावित होंगे. बहरहाल, सीबीएसई ने कहा कि वह उन छात्रों के लिए फिर से परीक्षा लेने को तैयार है जो हिंसा के कारण डेट शीट के मुताबिक इम्तिहान नहीं दे सके.

जरूरतमंदों का ब्यौरा मुहैया कराएं

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने लोगों से अपील की है कि वे जरूरतमंदों का ब्यौरा मुहैया कराएं ताकि सरकारी एजेंसियां तेजी से प्रतिक्रिया दे सकें. उन्होंने कहा, “ हम जरूरतमंद लोगों के लिए मदद सुनिश्चित करने के लिए 24/7 काम कर रहे हैं. अगर आप ऐसे किसी शख्स को जानते हैं कि जिसे सहायता की जरूरत है तो हम तक पहुंचने के लिए ‘हैशटैग दिल्ली रिलीफ’ का इस्तेमाल करें. कृपया सटीक पता/संपर्क विवरण दें ताकि हम उन तक पहुंच सकें. हम सुनिश्चित करेंगे कि हमारी एजेंसियां तेजी से प्रतिक्रिया दें.” इस हिंसा में कम से कम 42 लोगों की मौत हुई है और 200 से ज्यादा जख्मी हुए हैं.