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Delhi Board Class 10th, 12th Result 2023: दिल्ली बोर्ड ने पहली बार जारी किया बोर्ड रिजल्ट, जानें टॉपर के नाम

बीते पांच साल से सीबीएसई बोर्ड में सरकारी स्कूलों के बच्चों का रिजल्ट प्राइवेट स्कूल के बच्चों से अच्छा आ रहा है

Updated on: 15 May 2023, 07:15 PM

highlights

  • दिल्ली बोर्ड ने पहली बार जारी किया रिजल्ट
  • 10वीं और 12वीं क्लास का रिजल्ट जारी
  • दिल्ली की शिक्षा मंत्री आतिशी ने जारी किया रिजल्ट

नई दिल्ली:

Delhi Board Class 10th, 12th Result 2023:दिल्ली स्कूल शिक्षा बोर्ड (DBSE) ने आज पहली बार 10वीं और 12वीं क्लास का रिजल्ट जारी किया है. दिल्ली सरकार की शिक्षा मंत्री आतिशी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बोर्ड का रिजल्ट जारी करते हुए कहा कि आज का दिन शिक्षा व्यवस्था के लिए बहुत बड़ा है. देश की शिक्षा व्यवस्था में बदलाव के लिए यह एक ऐतिहासिक है. शिक्षा मंत्री आतिशी ने दावा किया कि दिल्ली सरकार के बजट का 25% हिस्सा हर साल शिक्षा के लिए जारी किया जाता है. बीते पांच साल से सीबीएसई बोर्ड में सरकारी स्कूलों के बच्चों का रिजल्ट प्राइवेट स्कूल के बच्चों से अच्छा आ रहा है. 2018 से 2023 तक पर अगर नजर डाले तो दिल्ली के सरकारी स्कूलों का 10 वीं और 12वीं का रिजल्ट सीबीएसई के प्राइवेट स्कूलों से बेहतर है. दिल्ली के सरकारी स्कूलों का रिजल्ट 90 फीसदी से अधिक है. सीबीएसई में देश भर के प्राइवेट स्कूलों का रिजल्ट 87.95% है,  जबकि दिल्ली सरकार के स्कूल का रिजल्ट 91.59% है. इस साल भी दिल्ली के सरकारी स्कूलों का रिजल्ट सीबीएसई के प्राइवेट स्कूलों से अच्छा आया है. उन्होंने आगे कहा कि विकसित देश ऐसे ही विकसित नहीं हुए हैं. चाहें अमेरिका, फ्रांस, ब्रिटेन या जर्मनी हो कोई भी विकसित राष्ट्र पिछले 100 साल से अपने बच्चों को वर्ल्ड शिक्षा देने के लिए लगातार परिवर्तन कर रहे हैं तब जाकर वो विकसित देश बन पाए हैं.

शिक्षा मंत्री आतिशी ने कहा कि भारतीय शिक्षा पद्धति में रट्टा मार पढ़ाई पर फोकस होता है. इस सिस्टम के तहत परीक्षा देने वाले विद्यार्थियों के ज्यादा नंबर आते हैं. इसलिए देश भर में हाई क्वालिटी एजुकेशन इंस्टिट्यूट एग्जाम अलग से लेते हैं. दिल्ली बोर्ड ने रट्टा मार पढ़ाई की जगह क्वालिटी एजुकेशन पर ज्यादा फोकस किया है. उन्होंने आगे कहा कि साल 2021 में दिल्ली बोर्ड ऑफ स्कूल एजुकेशन की शुरुआत हुई थी. उस वक्त मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने विश्व के सबसे फेमस बोर्ड International Baccalaureate (IB) के साथ एक एग्रीमेंट किया था. इसी के आधार पर दिल्ली शिक्षा बोर्ड का सिलेबस और एग्जामिनेशन सिस्टम तैयार किया गया.

10वीं कक्षा में सीनियर सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन के लिए 1594 बच्चों ने पढ़ाई की

इस साल दिल्ली शिक्षा बोर्ड के 10वीं कक्षा में सीनियर सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन के लिए 1594 बच्चों ने पढ़ाई की. वहीं, 12वीं के लिए 672 बच्चे पंजीकृत थे. दिल्ली शिक्षा बोर्ड के तहत 10वीं कक्षा के छात्रों के लिए विषय  इंग्लिश, हिंदी, गणित, साइंस, सोशल साइंस, और  एंटरप्रेन्योर माइंडसेट और डिजिटल डिजाइन, वर्ल्ड ऑफ वर्क, सिस्टम एंड सोसाइटिज, एडवांस टेक्नोलॉजी, डिजाइन एंड कॉमर्स, एडवांस मैथ्स और साइंस, मीडिया क्रिएटिव राइटिंग एंड एक्सप्रेशन शामिल है. वहीं, 12वीं बोर्ड में एक स्ट्रीम में परीक्षा आयोजित की गई थी.  इसमें STEM यानि साइंस, टेक्नोलॉजी, इंजिनियरिंग और मैथ्स शामिल है.

दिल्ली शिक्षा बोर्ड के तहत मिलने वाला रिपोर्ट कार्ड ग्रेड प्वाइंट एवरेज पर आधारित होता है. इसमें 8 लेवल हैं. जबकि क्वालीफाइंग ग्रेड पॉइंट एवरेज 3 है. इस साल की रिजल्ट में स्टूडेंट्स को 6 और 7 ग्रेड पॉइंट एवरेज मिले हैं. 

दसवीं क्लास के बच्चों ने दोनों टर्म के पेपर दिए हैं. इसमें 776 स्टूडेंट्स को 6 और 7 ग्रेड हासिल हुआ है. 8 स्टूडेंट्स क्वालीफाइंग ग्रेड पॉइंट एवरेज तक नहीं पहुंच पाए. ऐसे स्टूडेंट्स के लिए 1 महीने के भीतर सप्लिमेंट्री एग्जाम कराया जाएगा.

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10th Class Result 

1. शालीमार बाग में पढ़ने वाले STEM अंश बंसल SOSE को 97.2 % मार्क्स आए हैं. इनको ग्रेड 7 मिला है. 

2. द्वारका सेक्टर 22 में पढ़ने वाली Humanities की छात्रा आंचल तंवर SOSE को  92.62% मार्क्स प्राप्त हुए हैं. इन्हें ग्रेड 6 मिला है.

 3. द्वारका सेक्टर 19 में पढ़ने वाली   Performing & Visual Arts की छात्रा शरगुण शर्मा SOSE को 89.5% हैं. इन्हें भी ग्रेड 6 मिला है. 

4. रोहणी सेक्टर 11 में पढ़ने वाली Highend 21st Century Skills की छात्रा खुशी चौधरी SOSE को 93.62% अंक है. इन्हें भी ग्रेड 6 मिला है.

12th Class Result :

668 स्टूडेंट्स ने 2 टर्म एग्जाम दिए. 299 स्टूडेंट्स ने हाई ग्रेड हासिल किए हैं. पांच बच्चे क्वालीफाइंग ग्रेड पॉइंट एवरेज तक नहीं पहुंच पाए. ऐसे स्टूडेंट्स के लिए 1 महीने के भीतर सपलिमेंट्री एग्जाम होगा. दिल्ली शिक्षा बोर्ड के तहत 12वीं क्लास में STEM स्ट्रीम के एक छात्र मोहम्मद फरहान प्रथम आया है. फरहान SOSE कालकाजी में पढ़ाई करते हैं.  जो 97% है. इन्हें ग्रेड 7 मिला है.

दिल्ली बोर्ड अन्य बोर्ड से अलग- आतिशी
शिक्षा मंत्री आतिशी ने बताया कि दिल्ली शिक्षा बोर्ड बाकी शिक्षा बोर्ड से बिलकुल अलग है. इसके परीक्षा कराने के तरीके अन्य बोर्ड से अलग है. उन्होंने बताया कि बाकी बोर्ड  साल में एक बार 3 घंटे के लिए परीक्षा आयोजित कराता है. इसी के आधार पर बच्चों का भविष्य तय किया जाता है. अगर कोई बच्चा बीमार हो जाए या किसी वजह से परीक्षा नहीं दे पाए तो उसका एक साल का समय चौपट हो जाता है, जबकि दिल्ली शिक्षा बोर्ड ऐसा नहीं करता. दिल्ली शिक्षा बोर्ड में दो टर्म (सेमेस्टर) में एग्जाम होते हैं और रिजल्ट साल के आखिरी में आउट किया जाता है. साथ ही, स्टूडेंट के साल भर के काम और उनके प्रोजेक्ट वर्क के आधार को भी दिल्ली शिक्षा बोर्ड कंसिडर करता है. 

इसके अलावा दिल्ली शिक्षा बोर्ड के तहत बच्चे रट्टा मार कर पेपर नहीं देते हैं. हर सब्जेक्ट का अलग-अलग क्राइटेरिया है. जैसे गणित में सिलेबस के आधार पर एसेसमेंट नहीं किया जाता है. बल्कि क्राइटेरिया के आधार पर एसेसमेंट होता है. पहले चरण में दिल्ली सरकार के 20 स्कूलों को School of Specialized Excellence (SOCE) से दिल्ली शिक्षा बोर्ड को जोड़ा गया था, लेकिन आने वाले साल में 50 स्कूल अफिलेटेड किए जाएंगे. इसके अलावा प्राइवेट स्कूल के अफिलेशन के लिए दिल्ली शिक्षा बोर्ड को ओपन किया जाएगा.