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CBSE के परीक्षा पैटर्न में होगा अहम बदलाव, इस तरह के सवालों को किया जाएगा शामिल

केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने 2023 (CBSE Board Exam 2023) में दसवीं और बारहवीं के परीक्षा पैटर्न को लेकर अहम फैसला लिया है. इसके तहत अब बोर्ड परीक्षा 2023 में शामिल होने वाले छात्रों को परीक्षा पैटर्न में बड़े बदलाव का सामना करना होगा.

Updated on: 13 Dec 2022, 04:14 PM

highlights

  • सीबीएसई ने स्कूलों को पढ़ाई में खास बदलाव करने की सलाह दी थी
  • दसवीं और बारहवीं में योग्यता पर आधारित कई प्रश्न पूछे जाएंगे
  • दसवीं बोर्ड परीक्षा में कॉपेटेंनसी बेस प्रश्नों की संख्या करीब 40 फीसदी

नई दिल्ली:

नए साल 2023 में केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने (CBSE Board Exam 2023) दसवीं और बारहवीं के परीक्षा पैटर्न को लेकर अहम निर्णय लिया है. इसके तहत अब बोर्ड परीक्षा 2023 में शामिल होने वाले छात्रों को परीक्षा पैटर्न में बड़े बदलाव का सामना करना होगा. विभिन्न मीडिया रिपोर्ट के अनुसार राज्य शिक्षा मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने संसद में पूछे सवाल में लिखित जवाब दिया है. नई शिक्षा नीति 2020 (NEP 2020) के तहत बोर्ड परीक्षा के सवालों के पैटर्न को बदला गया है. नेशनल एजुकेशन पॉलिसी यानि NEP के तहत सीबीएसई ने स्कूलों को पढ़ाई में खास बदलाव करने की सलाह दी थी. दसवीं और बारहवीं में योग्यता पर आधारित कई प्रश्न पूछे जाएंगे. 

कई विकल्पों में सही जवाब चुनना होगा

सीबीएसई में आने वाले समय में दसवीं बोर्ड परीक्षा में कॉपेटेंनसी बेस प्रश्नों (Competency Based Questions) की संख्या करीब 40 फीसदी, वहीं 12वीं ये 20 प्रतिशत तक होगा. ये सवाल बहुवैकल्पिक होंगे, वहीं प्रश्नों का 3-4 शब्दों में जवाब देना होगा. कई विकल्पों में सही जवाब चुनना होगा. इसके साथ रीजनिंग और केस आधारित प्रश्नों को पूछा जाएगा. 

स्कूल की पढ़ाई के पैटर्न में विशेष बदलाव 

नई शिक्षा नीति 2020 के तहत स्कूली शिक्षा में बदलाव किए गए हैं. कॉपेटेंनसी बेस्ड लर्निंग के साथ शोध से जुड़े टॉपिंग मजेदार तरह से पढ़ाने की कोशिश होगी. इन विषयों को कलात्मक और कहानियों के जरिए सिखाने का प्रयास होगा. इसके लिए अनुभवि काउंसलर्स की नियुक्ति की जाएगी. गौरतलब है कि सीबीएसई लगातार अपने सिलेबस को प्रतियोगिता के लिहाज से बदल रहा है. कोरोना काल में भी बोर्ड ने कई बदलाव किए थे. परीक्षा को दो भागों में लिया गया था. वैकल्पिक और सब्जेक्टिव दोनों प्रश्नों को रखा गया था. साथ ही सिलेबस को दो भागों में ​किया गया, ताकि बच्चों को राहत मिल सके. बोर्ड अब छात्रों के ​​लिए इस तरह के सिलेबस को लाने की तैयारी कर रहा है, जिससे छात्र प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर सकें.