logo-image

पीएम नरेंद्र मोदी की बैठक में फैसला- सीबीएसई 12वीं बोर्ड की परीक्षा रद

देश में कोविड की दूसरी लहर आने के बाद तबाही का माहौल बन गया था. इस बीच कोविड से बचने के लिए सीबीएसई 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं कैंसिल कर दी गई हैं.  प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में हुई बैठक के बाद  CBSE 12वीं की परीक्षाएं कैंसिल कर दी गईँ हैं.

Updated on: 01 Jun 2021, 07:56 PM

highlights

  • कोविड के चलते सीबीएसई बोर्ड की 12वीं की परीक्षाएं रद 
  • पीएम मोदी ने उच्चस्तरीय बैठक के बाद लिया फैसला
  • कई राज्य 12वीं की परीक्षा करवाने के पक्ष में नहीं थे

नई दिल्ली:

12th CBSE Exam 2021 cancelled : देश में कोविड की दूसरी लहर आने के बाद तबाही का माहौल बन गया था. इस बीच कोविड से बचने के लिए सीबीएसई 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं कैंसिल कर दी गई हैं.  प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में हुई बैठक के बाद  CBSE 12वीं की परीक्षाएं कैंसिल कर दी गईँ हैं. इस बैठक में कई राज्यों ने परीक्षा ना कराने की मांग की थी, जिसके बाद पीएम मोदी ने फिलहाल परीक्षा रद करने का आदेश दे दिया है. सोमवार को 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र की अध्यक्षता में एक अहम बैठक की गई थी. इस बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर भी मौजूद थे. इनके अलावा शिक्षा मंत्रालय के दोनों सचिव (स्कूली शिक्षा और उच्च शिक्षा) और सीबीएसई के चेयरमैन भी बैठक में शामिल थे. 

यह भी पढ़ेंःकेंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल AIIMS में भर्ती, CBSE 12वीं बोर्ड परीक्षा पर टल सकता है फैसला

वहीं सीबीएसई ने कहा है कि अगर पिछले साल की तरह कुछ छात्र परीक्षा देने की इच्छा रखते हैं, तो अनुकूल स्थिति होने पर सीबीएसई द्वारा उन्हें ऐसा विकल्प प्रदान किया जाएगा. इसके पहले देश में बढ़ते हुए कोरोना वायरस के मामलों को देखते हुए केंद्र सरकार ने सीबीएसई की 12वीं की परीक्षा को रद्द करने का फैसला लिया है. आपको बता दें कि पीएम नरेंद्र मोदी के साथ अन्य कैबिनेट मंत्रियों की मीटिंग हुई इसके बाद यह फैसला लिया गया है. 

यह भी पढ़ेंः 12वीं की परीक्षा पर पीएम मोदी की बैठक शुरू, राजनाथ सिंह और जावड़ेकर भी मौजूद

इसके पहले 23 मई को भी रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में सभी राज्यों के शिक्षा मंत्रियों और मुख्यमंत्रियों के साथ उच्चस्तरीय बैठक हुई थी जिसके बाद सभी राज्यों से 12वीं क्लास की बोर्ड परीक्षा के आयोजन को लेकर सुझाव मांगे गए थे. सुप्रीम कोर्ट में भी 12वीं की बोर्ड परीक्षा रद्द कराने को लेकर याचिका दायर की गई है. 31 मई को केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट से 2 दिन का समय मांगा था.

इसके पहले केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने 15 जुलाई से 26 अगस्त के बीच परीक्षाएं कराने और सितंबर में परिणाम घोषित करने का प्रस्ताव रखा था. बोर्ड ने दो विकल्प भी प्रस्तावित किये थे. इनमें एक में 19 प्रमुख विषयों के लिए अधिसूचित केंद्रों पर नियमित परीक्षाएं कराना या छात्रों के अध्ययन वाले स्कूलों में ही अल्पावधि की परीक्षाएं कराने के विकल्प था. शिक्षा मंत्रालय ने विभिन्न राज्यों से इस विषय में 25 मई तक अपने सुझाव देने को कहा था. कई राज्यों ने डेढ़ घंटे की परीक्षा और 19 मुख्य विषयों के ही एग्जाम लेने की बात कही है. राज्यों के परामर्श के बाद सीबीएसई 12वीं के लिए केवल प्रमुख विषयों की परीक्षा कराने को राजी हो सकती थी. सीबीएसई 12वीं बोर्ड के लिए कुल 174 विषय की परीक्षा होती है.