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सरकार और बैंक ने कहा माल्या का लोन माफ नहीं, वसूलने की कोशिश जारी

बैंक और सरकार दोनों ने कहा है कि माल्या का लोन माफ नहीं किया गया है और उन पर देनदारी अभी बाकी है, जिसे वसूला जाएगा।

Updated on: 17 Nov 2016, 01:35 AM

highlights

  • स्टेट बैंक ने विजय माल्या के 1200 करोड़ रुपये के कर्ज को माफ कर दिया है
  • एसबीअाई ने शीर्ष 100 डिफॉल्टर्स की सूची में से 63 के कर्ज को डूबा हुअा मान लिया है

 

New Delhi:

एसबीआई द्वारा विजय माल्या का 7000 करोड़ का लोन माफ किये जाने की खबर को लेकर उठे विवाद पर बैंक और सरकार की तरफ से सफाई आई है। बैंक और सरकार दोनों ने कहा है कि माल्या का लोन माफ नहीं किया गया है और उन पर देनदारी अभी बाकी है, जिसे वसूला जाएगा।

संसद में इस बारे में पूछे जाने पर वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा, 'एनपीए को बट्टे खाते में डालने का यह मतलब नहीं है कि हम इसे यूं ही छोड़ देंगे। एनडीए सरकार को एनपीए विरासत में मिली है।'

जेटली ने राज्यसभा मे ये भी कहा, 'इसका मतलब सिर्फ इतना है कि खाते में इसे एनपीए के तौर पर रखा गया है। इसका मतलब ये नहीं कि लोन माफ कर दिया गया है। लोन वसूला जाएगा।' 

 

देश में काले धन को लेकर चल रही 'सर्जिकल स्ट्राइक' पर चल रही बहस के बीच देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने भगोड़ा घोषित किए जा चुके शराब कारोबारी विजय माल्या के कर्ज को माफ करने की खबर है। माल्या के अलावा 63 कर्जदारों पर बकाया करीब सात हजार करोड़ रुपये के कर्ज को भी माफ कर दिया है।

खबर के मुताबिक बैंक ने इस रकम को बट्टा खाते में डाल दिया है। साफ शब्दों में कहा जाए तो स्टेट बैंक ने कर्ज की इस रकम को डूबा हुआ मान लिया है। एसबीआई के शीर्ष 100 डिफॉल्टर्स पर बकाया कुल रकम के मुकाबले यह करीब 80 फीसदी है। शराब कारोबारी विजय माल्या पर देश के विभिन्न बैंकों का करीब 9,000 करोड़ रूपये बकाया है।

मौजूदा वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में एसबीआई के एकीकृत शुद्ध मुनाफे में 99.6 फीसदी की गिरावट आई है। वहीं बैंक का एनपीए 15,326 करोड़ रूपये हो गया। एसबीआई के लिए एनपीए में होने वाली बढ़ोतरी चिंता की बात रही है। बुधवार को बीएसई में एसबीआई का शेयर मामूली गिरावट के साथ 278 रुपये पर ट्रेड कर रहा है।

अंग्रेजी वेबसाइट डीएनए की रिपोर्ट के मुताबिक कर्ज की रकम वसूलने में विफल रही एसबीआई ने शीर्ष 100 डिफॉल्टर्स में से 60 लोगों के करीब 7016 करोड़ रुपये को माफ किए जाने का फैसला लिया। 

रिपोर्ट के मुताबिक एसबीआई के 63 डिफाल्टर्स का पूरा कर्ज छोड़ दिया है। वहीं 31 कर्जदारों का लोन आंशिक तौर पर छोड़ा गया है। छह अन्य कर्जदारों पर बकाया लोन को नॉन पर्फॉर्मिंग एसेट (एनपीए) घोषित कर दिया गया है। 30 जून 2016 तक एसबीआई 48 हजार करोड़ रुपये का एनपीए माफ कर चुका है।

जिन लोगों का कर्ज माफ किया गया है उनमें किंगफिशर एयरलाइंस ( करीब 1201 करोड़ रुपये), केएस ऑयल (596 करोड़ रुपये) और सूर्या फार्मास्यूटिकल (526 करोड़ रुपये) शामिल हैं।

प्रवर्तन निदेशालय ने शराब कारोबारी विजय माल्या और अन्य के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े मामलों में 1620 करोड़ रुपये की संपत्तियों को कुर्क कर लिया है। वहीं दिल्ली की अदालत ने विजय माल्या के खिलाफ दो गैर-जमानती वारंट जारी किए हैं।