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आर्थिक गतिविधियां कमजोर होने के स्पष्ट संकेत, RBI गवर्नर का बड़ा बयान

3-6 जून के बीच आयोजित एमपीसी की बैठक में भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने प्रमुख ब्याज दरों में कटौती करने का फैसला लिया था.

Updated on: 21 Jun 2019, 07:41 AM

highlights

  • आर्थिक गतिविधियां कमजोर होने के स्पष्ट संकेत: आरबीआई गवर्नर
  • 3-6 जून के बीच आयोजित एमपीसी की बैठक में RBI ने ब्याज दरें घटाई थी
  • 2019-20 में महंगाई दर चार फीसदी से नीचे रहने का अनुमान

मुंबई:

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने पिछली मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) बैठक में ब्याज दरों में कटौती के लिए तर्क देते हुए कहा था कि इस बात के स्पष्ट संकेत मिल रहे हैं कि आर्थिक गतिविधियां कमजोर हुईं हैं. इसी महीने 3-6 जून के बीच आयोजित एमपीसी की बैठक में केंद्रीय बैंक ने प्रमुख ब्याज दरों में कटौती करने का फैसला लिया था.

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2019-20 में महंगाई दर चार फीसदी से नीचे रहने का अनुमान
एमपीसी की बैठक के मिनिट्स के अनुसार आरबीआई गवर्नर ने कहा है कि वित्त वर्ष 2018-19 की चौथी तिमाही में जीडीपी विकास दर घटकर 5.8 फीसदी होने से इस बात का स्पष्ट प्रमाण है कि आर्थिक गतिविधियां कमजोर हुई हैं.

दास ने कहा है कि आर्थिक विकास दर की रफ्तार स्पष्ट रूप से कमजोर हुई है जबकि नीतिगत ब्याज दर में पिछली दो कटौती का हस्तांतरण होने के बावजूद प्रमुख महंगाई दर 2019- 20 में चार फीसदी से नीचे रहने का अनुमान है.