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NPA से निपटने के लिए बैंकों में डालनी होंगी पूंजी: ऊर्जित पटेल

भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) गवर्नर के ऊर्जित पटेल ने 9.6 फीसदी एनपीए को अस्वीकार्य बताते हुए चरणबद्ध तरीके से सरकारी बैंकों में पूंजी डालने की अपील की है।

Updated on: 19 Aug 2017, 05:07 PM

highlights

  • ऊर्जित पटेल ने 9.6 फीसदी एनपीए को अस्वीकार्य बताते हुए चरणबद्ध तरीके से सरकारी बैंकों में पूंजी डालने की अपील की है
  • पटेल ने कहा कि बैंकों के कुल एनपीए का करीब 86.5 फीसदी से अधिक हिस्सा बड़े कर्जदारों के पास फंसा हुआ है

नई दिल्ली:

भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) गवर्नर के ऊर्जित पटेल ने 9.6 फीसदी एनपीए को अस्वीकार्य बताते हुए चरणबद्ध तरीके से सरकारी बैंकों में पूंजी डालने की अपील की है।

वित्त मंत्री अरुण जेटली की मौजूदगी में पटेल ने कहा, 'बैंकों का ग्रॉस एनपीए 9.6 फीसदी रहा है जो कि गंभीर चिंता का विषय हैं।' सरकारी बैंकों के बैलेंस शीट की खराब हालत की बात को स्वीकार करते हुए पटेल ने बैंकों में पूंजी डालने की अपील की।

पटेल ने कहा, 'एनपीए के समाधान से बैंकों के पुनर्पूंजीकरण की शुरुआत होगी।' उन्होंने कहा, 'सरकार और आरबीआई इस बात को लेकर काम कर रहे हैं कि कैसे बैंकों की पूंजी को तय समय के भीतर बढ़ाया जाए।'

उन्होंने कहा कि बैंकों के कुल एनपीए का करीब 86.5 फीसदी से अधिक हिस्सा बड़े कर्जदारों के पास फंसा हुआ है।

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पटेल ने कहा, 'तय समय के भीतर एनपीए का समाधान और संपत्तियों की नीलामी से बैंकों के समस्या का समाधान होगा और उनके पास पूंजी वापस से लौट आएगी।' देश के बैंकों का कुल एनपीए 9 लाख करोड़ रुपये के आंकड़े को पार कर चुका है।

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