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इंफोसिस में नंदन नीलेकणि की वापसी, बने बोर्ड के नये चेयरमैन

एक दिन पहले ही कंपनी के सह संस्थापक एवं पूर्व मुख्य कार्यकारी नंदन नीलेकणि को इन्फोसिस के निदेशक मंडल में वापस लाने का सुझाव दिया था।

Updated on: 24 Aug 2017, 11:00 PM

नई दिल्ली:

नंदन नीलेकणि को इंफोसिस का गैर कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया गया है।

देश की अग्रणी सॉफ्टवेयर कंपनी इंफोसिस के निदेशक मंडल ने गुरुवार को सर्वसम्मति से बोर्ड के गैर-कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में अपने सह-संस्थापक और पूर्व मुख्य कार्यकारी अधिकारी नंदन नीलेकणी की नियुक्ति को मंजूरी दे दी, जो तुरंत प्रभाव से लागू हो गया।

बता दें कि एक दिन पहले ही इन्फोसिस के संस्थागत निवेशकों का प्रतिनिधत्व करने वाले करीब 12 कोष प्रबंधकों ने कंपनी के सह संस्थापक एवं पूर्व मुख्य कार्यकारी नंदन नीलेकणि को इन्फोसिस के निदेशक मंडल में वापस लाने का सुझाव दिया था।

नीलेकणि मार्च, 2002 से अप्रैल, 2007 तक कंपनी के सीईओ रहे थे। इसके बाद वह भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) प्रमुख के पद पर रहे।

कोष प्रबंधकों ने कहा कि वे देश के प्रमुख संस्थागत निवेशकों का प्रतिनिधित्व करते हैं। इनमें से प्रत्येक इन्फोसिस में शेयरधारक है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक अंशधारक चाहे वह ग्राहक हो, शेयर धारक या कर्मचारी हो, उसका नीलेकणि में विश्वास है।

पिछले सप्ताह इन्फोसिस के पहले गैर-संस्थापक सीईओ बने विशाल सिक्का ने अपने पद से अचानक इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद लगातार दो सत्रों में कंपनी का शेयर 15 प्रतिशत टूट गया था और उसके बाजार पूंजीकरण में 34,000 करोड़ रुपये की कमी आई थी।

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