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जेटली ने कहा कि नोटबंदी के बाद सरकार के प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष कर संग्रह में बढ़ोतरी हुई है

नवंबर में हुई नोटबंदी से भले ही आर्थिक गतिविधियों पर असर देखने को मिला हो लेकिन इससे सरकार की आमदनी में भरपूर इजाफा हुआ है। नोटबंदी के बाद सरकार के प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष कर संग्रह में बढ़ोतरी हुई है।

Updated on: 09 Jan 2017, 08:52 PM

highlights

  • नवंबर में हुई नोटबंदी से सरकार की आमदनी में भरपूर इजाफा हुआ है
  • नोटबंदी के बाद सरकार के प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष कर संग्रह में बढ़ोतरी हुई है
  •  नवंबर की तुलना में दिसंबर में अप्रत्यक्ष कर संग्रह में 12.8 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई

New Delhi:

नवंबर में हुई नोटबंदी से भले ही आर्थिक गतिविधियों पर असर देखने को मिला हो लेकिन इससे सरकार की आमदनी में भरपूर इजाफा हुआ है। नोटबंदी के बाद सरकार के प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष कर संग्रह में बढ़ोतरी हुई है।

वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि अप्रैल से दिसबंर के बीच कर संग्रह में दोहरे अंक में बढ़ोतरी हुई है। जेटली ने कहा, ' नवंबर से दिसंबर में नोटबंदी के प्रभाव को लेकर पर्याप्त बहस हो चुकी है इसलिए राजस्व के आंकड़ों को साझा करना जरूरी हो गया है। अप्रैल से दिसंबर तक के बीच की अवधि में प्रत्यक्ष कर संग्रह में पिछले साल की तुलना में 12.01 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।'

2016 में अप्रैल से दिसम्बर के बीच अप्रत्यक्ष कर में पिछले साले के मुकाबले कुल 25 प्रतिशत की वृद्धि हुई। खासकर केंद्रीय उत्पाद कर में 43 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। सेवा कर में 23.9 प्रतिशत जबकि सीमाशुल्क में 4.1 की बढ़ोतरी हुई है।

जेटली ने कहा कि चालू वित्त वर्ष के पहली तीन तिमाही में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष करों में प्र्याप्त वृद्धि हुई है। जेटली ने कहा कि लोगों को पुराने नोट से कर भुगतान की छूट केवल नवंबर में दी गई थी इसलिए दिसंबर के कर संग्रह में बंद किए गए नोटों की कोई भूमिका नहीं है। दिसंबर में पुराने नोट से कर भुगतान की इजाजत नहीं थी।

जेटली ने कहा कि 99 प्रतिशत केंद्रीय कर भुगतान डिजिटल तरीके से किया गया। नवंबर की तुलना में दिसंबर में अप्रत्यक्ष कर संग्रह में 12.8 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई। उन्होंने कहा कि वर्ष 2015 के दिसंबर की तुलना में इस वर्ष सीमा शुल्क संग्रह में 6.3 प्रतिशत की कमी आई क्योंकि इस अवधि में सोने का आयात बिल्कुल गिर गया।

वित्त मंत्री ने कहा, 'हालांकि इसी अवधि के पिछले वित्त वर्ष की तुलना में निर्माण से संबंधित केंद्रीय उत्पाद कर में 31.6 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। इस माह सेवा कर में 12.4 प्रतिशत की वृद्धि हुई।'