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'मेक इन इंडिया' को मिला बूस्ट, चीनी कंपनी ज्योनी भारत में ही बनाएगी सभी स्मार्टफोन

चायनीज़ मोबाइल मेकर ज्योनी भारत की मोबाइल मार्केट में अपनी मौजूदगी 50 फीसदी तक बढ़ाएगी।

Updated on: 23 Mar 2017, 07:56 PM

नई दिल्ली:

मोदी सरकार की मेक इन इंडिया ड्राइव को बढ़ावा देते हुए चीन की कंपनी ज्योनी अपने सभी फोन भारत में ही मैन्युफैक्चर करने जा रही है।

भारत से अपनी कमाई में इज़ाफा करने और भारत में अपने फोन के लिए मार्केट शेयर में बढ़ोतरी के इरादे से चायनीज़ मोबाइल मेकर ज्योनी ने अपने फोन की मैन्युफैक्चरिंग भारत में ही करने का फैसला लिया है।

इसके लिए कंपनी ने अगले वित्त वर्ष तक भारत की मोबाइल मार्केट में अपनी मौजूदगी 50 फीसदी तक बढ़ाने का लक्ष्य रखा है।

इसके अलावा कंपनी देश की टॉप 5 पोज़ीशन में अपनी मौजूदगी बनाना चाहती है। इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए कंपनी भारत में 6-7 नए स्मार्टफोन लॉन्च करने की तैयारी में है। इन फोनों की कीमत 8 से 25 हज़ार के बीच रखी जाएगी।

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ज्योनी इंडिया के एमडी अरविंद वोहरा ने बताया, ' मार्च में ख़त्म हो रहे वित्त वर्ष 2016 के दौरान हमें राजस्व में हल्की बढ़त 4,000 करोड़ रुपये होने की उम्मीद है जबकि अगले वित्त वर्ष तक हमारी कोशिश 10,000 करोड़ रुपये राजस्व प्राप्त करने की है।'

कंपनी पहले ही भारत में फोन मैन्युफैक्चरिंग शुरु कर चुकी है। बावजूद इसके पिछले साल सितंबर तक कंपनी अपने 40 प्रतिशत उत्पाद आयात कर रही थी। अब कंपनी अगले दो साल में हरियाणा में मैन्युफैक्चरिंग प्लांट खोलने की तैयारी में है। जिसके लिए कंपनी 500 करोड़ रुपये का निवेश करेगी।

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कंपनी ने मार्केटिंग प्लानिंग के तह्त विराट कोहली और आलिया भट्ट को ब्रांड एंबेसडर साइन किया है। इसके अलावा कंपनी एडवर्टाइज़िंग के लिए इंडियन प्रीमियर लीग पर भी निगाह रखे हुए है वहीं, कंपनी कोलकाता नाइट राइडर्स को स्पॉन्सर भी करेगी।

इंटरनेशनल डेटा कॉरपोरेशन के मुताबिक भारत के मोबाइल बाज़ार में 25 प्रतिशत भागीदारी के साथ सैमसंग पहले नंबर पर है।

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इसके बाद चीन की मोबाइल कंपनी श्योमी 10.7 प्रतिशत की हिस्सेदारी है, इसके बाद लेनोवो 9.9 हिस्सेदारी के साथ तीसरे स्थान पर है, जबकि चौथे और पांचवे नंबर पर ओप्पो और वीवो है।

गौरतलब है कि यह सभी कंपनियां विदेशी है। सैमसंग को छोड़ बाकी सभी चारों कंपनियां चीन की है।

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