logo-image

कंगाल पाकिस्तान को शर्तों के साथ कर्ज दे IMF, अमेरिका की कड़ी प्रतिक्रिया

पाकिस्तान ने पिछले महीने 6 अरब डॉलर के राहत पैकेज के लिए आईएमएफ (IMF) के साथ एक समझौता किया है. इस राशि का उपयोग पाकिस्तान अपने वित्तीय संकट को दूर करने और धीमी पड़ती अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में करेगा.

Updated on: 22 Jun 2019, 06:20 AM

highlights

  • अमेरिका ने पाकिस्तान को वित्तीय राहत पैकेज देने पर IMF से ‘कड़ी प्रतिक्रिया’ जताई  
  • अमेरिका ने कहा है कि पाकिस्तान को वित्तीय मदद ‘शर्त लगा कर’ दी जानी चाहिए
  • पाकिस्तान ने पिछले महीने 6 अरब डॉलर के राहत पैकेज के लिए IMF के साथ समझौता किया

वॉशिंगटन:

अमेरिका ने आर्थिक संकट में फंसे कंगाल पाकिस्तान को वित्तीय राहत पैकेज देने का करार करने पर अंतराष्ट्रीय मुद्राकोष (IMF) से ‘कड़ी प्रतिक्रिया’ जताई है और कहा है कि उसे वित्तीय मदद ‘शर्त लगा कर’ दी जानी चाहिए. अमेरिका के विदेश विभाग की एक शीर्ष अधिकारी ने यह जानकारी दी. अमेरिकी सरकार को चिंता है कि पाकिस्तान आईएमएफ की वित्तीय मदद का उपयोग चीन से लिए कर्ज को चुकाने में कर सकता है.

यह भी पढ़ें: फिर शुरू हुई एयर इंडिया (Air India) की बिक्री की तैयारी, नया प्रस्ताव तैयार कर रहा वित्त मंत्रालय

6 अरब डॉलर के राहत पैकेज के लिए पाकिस्तान ने IMF से किया समझौता
पाकिस्तान ने पिछले महीने 6 अरब डॉलर के राहत पैकेज के लिए आईएमएफ (IMF) के साथ एक समझौता किया है. इस राशि का उपयोग पाकिस्तान अपने वित्तीय संकट को दूर करने और धीमी पड़ती अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में करेगा. अमेरिकी के विदेश विभाग की वरिष्ठ अधिकारी (दक्षिण एवं मध्य एशिया मामलों) एलिस जी वेल्स ने कहा कि सशर्त पैकेज को लेकर चर्चा है. हमें लगता है कि पाकिस्तान के लिए सशर्त आईएमएफ पैकेज उपयुक्त होगा.

यह भी पढ़ें: Petrol Diesel Price 20 June: 3 दिन बाद घटे डीजल के रेट, फटाफट चेक करें नए भाव

अमेरिका को आईएमएफ पैकेज के बारे में स्पष्ट जानकारी नहीं
सांसदों के प्रश्न के जवाब में पिछले हफ्ते उन्होंने विदेश मामलों की उपसमिति को बताया कि अमेरिका को आईएमएफ पैकेज के बारे में स्पष्ट जानकारी नहीं है, लेकिन आईएमएफ और पाकिस्तान सरकार में एक समझौता बना हुआ है.

यह भी पढ़ें: सातवां वेतन आयोग (7th Pay Commission): करोड़ों सरकारी कर्मचारियों को बजट में मिल सकता है ये बड़ा लाभ

उन्होंने कहा कि हमने राहत पैकेज के मुद्दे पर अपनी कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है और विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने भी सार्वजनिक रूप से कहा कि किसी भी राहत पैकेज में संरचनात्मक सुधार होना जरूरी है.