नई दिल्ली, 7 जुलाई (आईएएनएस)। करोल बाग के विशाल मेगा मार्ट में हाल ही में हुए भीषण आग हादसे को लेकर दिल्ली हाई कोर्ट में एक याचिका दाखिल की गई है। इस हादसे में दो युवकों की मौत हो गई थी। याचिकाकर्ता ने अदालत से मांग की है कि नगर निगम, अग्निशमन सेवा, पुलिस विभाग और अन्य संबंधित विभागों के उन अधिकारियों के खिलाफ जांच हो जो अपनी जिम्मेदारियों में लापरवाह साबित हुए हैं।
याचिका में आरोप लगाया गया है कि इन अधिकारियों ने नियमों का पालन किए बिना इस घनी आबादी वाले इलाके में विशाल मेगा मार्ट को एनओसी और लाइसेंस जारी कर दिया। यह लापरवाही सीधे तौर पर लोगों की जान जोखिम में डालने वाली है।
याचिकाकर्ता ने अदालत से यह भी मांग की है कि जांच के दायरे में यह बात भी लाई जाए कि क्या विशाल मेगा मार्ट और इसके आसपास के अन्य व्यावसायिक प्रतिष्ठान वैध तरीके से संचालित हो रहे हैं या नहीं। इसके साथ यह भी जांच हो कि किन व्यावसायिक इकाइयों को बिना जरूरी लाइसेंस और एनओसी के ही भ्रष्ट अधिकारियों की मिलीभगत से संचालन की इजाजत दी गई है।
उल्लेखनीय है कि शुक्रवार की शाम मध्य दिल्ली के करोल बाग इलाके में शुक्रवार को विशाल मेगा मार्ट शोरूम में लगी आग में दो लोगों की मौत हो गई। इसमें से एक 25 साल के युवक का शव शनिवार सुबह लिफ्ट के अंदर मिला। 15 गाड़ियों की मदद से दमकलकर्मियों ने करीब 12 घंटे में आग पर काबू पाया।
दमकल विभाग के सूत्रों के अनुसार, अगर बिल्डिंग में वेंटिलेशन की जगह होती तो शायद आग बुझाने में इतना टाइम नहीं लगता। स्थानीय लोगों की मानें तो बिल्डिंग में वेंटिलेशन होता तो शायद दोनों मृत लोगों की जान बच जाती। शुरुआती जांच में पता चला है कि आग लगने के बाद किसी ने पावर कट कर दी थी। इससे पहली और दूसरी मंजिल के बीच में लिफ्ट रुक गई।
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