कोलकाता, 3 जून (आईएएनएस)। सोशल मीडिया पर विवादित पोस्ट कर चर्चा में आई लॉ की स्टूडेंट शर्मिष्ठा पनोली को कोलकाता पुलिस ने न्यायिक हिरासत में रखा है। मंगलवार को उनके वकील मोहम्मद शमीमुद्दीन ने बताया कि शर्मिष्ठा को सुरक्षा नहीं दिया गया, जिसके बाद उन्हें गुड़गांव जाना पड़ा।
शर्मिष्ठा पनोली को जेल में जान के खतरे से जुड़े सवाल पर वकील मोहम्मद शमीमुद्दीन ने कहा, अभी हम लोगों ने हाई कोर्ट से प्रार्थना की थी, ताकि उसको बेसिक सुविधा मिल सके। इसके बाद हाई कोर्ट ने राज्य को निर्देश दिया है कि उसको बेसिक सुविधा और सुरक्षा सब कुछ दिया जाए।
शर्मिष्ठा को धमकी देने वाले लोगों के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा, शर्मिष्ठा के खिलाफ जो एलिगेशन सामने आए हैं, कुछ लोग उनके ऊपर लगे सेक्शन से खुश नहीं हैं। अभी शर्मिष्ठा को बहुत सारी धमकियां आई थी। उसके बाद शर्मिष्ठा ने थाने में जाकर शिकायत दर्ज की। पुलिस ने उसे सुरक्षा नहीं दी, जिसके बाद उसे गुड़गांव जाना पड़ा।
शर्मिष्ठा के साथ हुई बातचीत को लेकर उन्होंने कहा, यह पूरा-पूरा प्रिविलेज कम्युनिकेशन है, जो मैं खुलासा नहीं कर सकता।
शर्मिष्ठा को नुकसान पहुंचाने के लिए सुपारी दिए जाने को लेकर उन्होंने कहा, इस विषय में मैं अभी कुछ नहीं बोल सकता, क्योंकि मैटर अदालत में विचाराधीन है और इन्वेस्टिगेशन अभी जारी है।
शर्मिष्ठा की तरफ से विवादित पोस्ट डिलीट करके माफी मांगने और पूर्व में कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं होने के बावजूद उन्हें जमानत नहीं मिलने को लेकर वकील ने कहा, कोर्ट का कहना है कि जांच अभी शुरुआती स्तर पर है, इसलिए थोड़े जांच की जरूरत है, शायद इसलिए उसे जमानत नहीं मिली।
इस मामले में स्टेट प्रॉसिक्यूटर के रवैये को लेकर उन्होंने कहा कि स्टेट नहीं चाहता शर्मिष्ठा को इस मामले में जमानत मिले।
केस को बंगाल से बाहर ट्रांसफर करने के सवाल पर वकील ने कहा, अभी विषय अदालत में विचाराधीन है, जांच जारी है। ऐसे में अभी इस विषय पर बात नहीं कर सकते।
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