नई दिल्ली, 10 जून (आईएएनएस)। दिल्ली पुलिस ने मंगलवार को अवैध अप्रवासियों के खिलाफ चल रहे एक विशेष अभियान के तहत पूर्वी दिल्ली के आनंद विहार इलाके से अवैध रूप से रह रहे पांच बांग्लादेशी नागरिकों पर कार्रवाई की। इनमें तीन नाबालिग भी शामिल हैं।
सभी भारत-बांग्लादेश सीमा स्थित नदी के रास्तों से अवैध रूप से भारत में दाखिल हुए थे और आनंद विहार में छिपकर पुलिस से बचने की कोशिश कर रहे थे।
पूर्वी जिला पुलिस ने अवैध अप्रवासियों की पहचान और उनके खिलाफ कार्रवाई के लिए एक व्यापक अभियान शुरू किया था। इसके लिए इंस्पेक्टर जितेंद्र मलिक के नेतृत्व में एक खास टीम बनाई गई, जिसे एसीपी (ऑपरेशन्स) पवन कुमार ने मार्गदर्शन दिया।
इस ऑपरेशन की पूरी निगरानी उप पुलिस आयुक्त (पूर्वी जिला) अभिषेक धानिया ने की। टीम को मैनुअल और तकनीकी स्रोतों से जानकारी जुटाने की जिम्मेदारी सौंपी गई। मेहनत और लगातार कोशिशों से टीम ने तीन नाबालिगों समेत पांच बांग्लादेशी नागरिकों को हिरासत में लिया।
मंगलवार को गुप्त सूचना के आधार पर पूर्वी जिला पुलिस की विशेष टीम ने आनंद विहार में छापेमारी की। इस दौरान पांच बांग्लादेशी नागरिक पकड़े गए। पूछताछ में वे कोई वैध भारतीय दस्तावेज नहीं दिखा सके। उनके मोबाइल फोन की जांच से बांग्लादेशी नागरिकता से जुड़े डिजिटल सबूत मिले।
पकड़े गए लोगों में शफीकुल इस्लाम, मोहम्मद अजीजर रहमान का बेटा और पत्नी अजीना शामिल हैं। दोनों काजी पाड़ा, वार्ड नंबर 8, कुलाघाट, जिला लालमोनिरहाट, बांग्लादेश के रहने वाले हैं।
उनके तीन बच्चों, 11 वर्षीय बेटे, 8 वर्षीय बेटे और 5 वर्षीय बेटी को भी हिरासत में लिया गया। कानूनी प्रक्रिया का पालन करते हुए इन लोगों के निर्वासन की कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
दिल्ली का विदेशी क्षेत्रीय पंजीकरण कार्यालय (एफआरआरओ) इस काम में पुलिस के साथ समन्वय कर रहा है। यह ऑपरेशन 19 नवंबर 2024 को शुरू हुए एक बड़े अभियान का हिस्सा है। अब तक 25 बांग्लादेशी प्रवासियों की पहचान कर उन्हें निर्वासित किया जा चुका है।
पुलिस का कहना है कि जिले में अन्य अवैध प्रवासियों का पता लगाने की कोशिश जारी है।
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