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राजीव गांधी से भारत रत्‍न वापस लेने के प्रस्‍ताव पर अलका लांबा को AAP ने निकाला, नाराज थे केजरीवाल

दरअसल अलका लांबा ने संबंधित प्रस्‍ताव लेकर सदन से वाकआउट किया था और बाद में इसे लेकर एक ट्वीट भी किया था. इससे पार्टी नेता और अरविंद केजरीवाल खफा बताए जा रहे थे.

Updated on: 22 Dec 2018, 12:55 PM

नई दिल्ली:

राजीव गांधी को दिए गए भारत रत्‍न वापस लेने की मांग से संबंधित विधानसभा में प्रस्‍ताव को लेकर आम आदमी पार्टी (Aam Admi Party) में रार छिड़ गई है. चांदनी चौक की विधायक अलका लांबा (Alka Lamba) की पार्टी की प्राथमिक सदस्‍यता रद कर दी गई है. दूसरी ओर, पार्टी ने सोमनाथ भारती को प्रवक्‍ता पद से हटा दिया है. पार्टी ने इसका ऐलान भी कर दिया है. दरअसल अलका लांबा (Alka Lamba) ने संबंधित प्रस्‍ताव लेकर सदन से वाकआउट किया था और बाद में इसे लेकर एक ट्वीट भी किया था. इससे पार्टी नेता और अरविंद केजरीवाल खफा बताए जा रहे थे.

विधानसभा में प्रस्‍ताव को लेकर विधायक सोमनाथ भारती और सौरभ भारद्वाज द्वारा सफाई देने के बावजूद अलका लांबा राजीव गांधी से भारत रत्न वापस लिए जाने वाले प्रस्ताव को लेकर ट्वीट किया था. इस कारण पार्टी उनसे नाराज है. विधानसभा में पास किए गए प्रस्ताव में राजीव गांधी से जुड़ी बात से विधानसभा अध्‍यक्ष ने फिलहाल इंकार किया है, लेकिन सदन में प्रस्ताव पढ़ने वाले विधायक जरनैल सिंह ने राजीव गांधी से भारत रत्न वापसी की मांग पूरे सदन के सामने प्रस्ताव के तौर पर रखी, जिस पर उस वक्त न तो विधानसभा अध्यक्ष ने और न ही किसी अन्य सदस्य ने कोई आपत्ति जताई. यही वजह है कि विधायक इसे प्रस्ताव के तौर पर बता रहे हैं.

इस बारे में अलका लांबा ने टिवटर पर कहा, आज दिल्‍ली विधानसभा में प्रस्ताव लाया गया कि पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी को दिया गया भारत रत्न वापस लिया जाना चाहिये. मुझे मेरे भाषण में इसका समर्थन करने को कहा गया, जो मुझे मंजूर नही था. मैंने सदन से वॉक आउट किया. अब इसकी जो सज़ा मिलेगी, मैं उसके लिए तैयार हूं.

राजीव गांधी से जुड़े प्रस्ताव पास किये जाने पर आम आदमी पार्टी ने सफाई दी है. पार्टी का कहना है, प्रस्ताव में राजीव गांधी का नाम शामिल नहीं था. विधायक ने अलग से खुद ही जोड़ दिया. अलग से जोड़े गए प्रस्‍ताव पर अलग से वोटिंग करानी पड़ती है और उस प्रस्‍ताव पर कोई वोटिंग नहीं हुई है. लिहाजा उस प्रस्‍ताव का पास होने का सवाल ही नहीं उठता.