मुंबई, 11 जून (आईएएनएस)। शिवसेना नेता और प्रवक्ता शाइना एनसी ने ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत की ओर से विदेशों में भेजे गए सांसदों के सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल पर बात की। उन्होंने कहा कि डेलिगेशन ने वैश्विक स्तर पर आतंकवाद के खिलाफ भारत के रुख और आतंकवाद के संरक्षण में पाकिस्तान की भूमिका को बेनकाब करने का काम किया है।
शाइना ने आईएएनएस से बातचीत के दौरान कहा कि सात डेलिगेशन में 59 सांसदों ने 33 देश में भारत की प्रतिक्रिया रखी थी। कई ऐसे छोटे देश जैसे कांगो, सिएरा लियोन,अबूधावी, लाइबेरिया में भारत कभी पहुंचा ही नहीं था। इस डेलिगेशन ने इन देशों के साथ भी भारत की आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर चर्चा की है।
उन्होंने कहा कि इस डेलिगेशन के जाने के बाद पाकिस्तान के समर्थन वाले देशों ने भी भारत की नीति की सराहना की है। आतंक को लेकर इन देशों ने अपना नजरिया बदल दिया है, यह बहुत बड़ी उपलब्धि है। इस डेलिगेशन में भारत के साथ खड़े रहने का हर एक पार्टी को मौका मिला है। विपक्ष के नेताओं को इसमें शामिल किया गया है।
संजय राउत के बयान पर उन्होंने कहा कि वे बेवजह की बातें करते रहते हैं। डेलिगेशन बडे़ देश में गया या छोटे देश में, भारत की भूमिका तो विश्व भर में गई है कि हम आतंक के खिलाफ हैं। पाकिस्तान को बेनकाब करने का काम पूरे विश्व में हुआ है। संजय राउत को मौका नहीं मिला इसलिए यह उपलब्धि वह पचा नहीं पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि आतंक के सवाल पर प्रधानमंत्री मोदी ने दुनिया के सामने अपनी नीति स्पष्ट की है।
बता दें कि संजय राउत ने कहा था ये डेलिगेशन छोटे-छोटे देशों में गए हैं, ऐसे देशों में, जिनके नाम भी नहीं सुने।
वहीं, मीठी नदी डिसिल्टिंग घोटाले के मामले में अभिनेता डीनो मौर्या और ईडी के पूछताछ पर उन्होंने कहा कि ईडी अपना काम कर रही है और डीनो मौर्या अपना जवाब दे रहे हैं। कानून अपना काम कर रहा है, सच्चाई सबके सामने आना चाहिए।
--आईएएनएस
एएसएच/एएस
डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.