सोने की तस्करी मामले में अभिनेत्री रान्या राव के पिता डीजीपी के रामचंद्र राव के खिलाफ जांच के आदेश दिए गए हैं. बताया जा रहा है कि सीआईडी बेंगलुरु अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर प्रोटोकॉल उल्लंघन की भी जांच करने वाली है. इस दौरान कर्नाटक सरकार ने एक सप्ताह के अंदर रिपोर्ट को मांगा है.
अभिनेत्री राव को सोना तस्करी और सर्वोच्च रैंक के अफसरों के लिए आरक्षित प्रोटोकॉल का लाभ उठाकर सुरक्षा जांच से बचने को लेकर अपने पिता रामचंद्र राव के नाम का दुरुपयोग करने के आरोप में पकड़ा गया है. इस मामले की जांच सरकार ने अतिरिक्त मुख्य सचिव वरिष्ठ आईएएस अधिकारी गौरव गुप्ता को सौंपी है. गुप्ता को उन परिस्थितियों की जांच करने का काम दिया गया है, जिसकी वजह से रान्या ने प्रोटोकॉल सुविधा का लाभ लिया.
सुरक्षा जांच को दरकिनार किया
आदेश के अनुसार, बीते हफ्ते रान्या राव की ओर से सोने की तस्करी को सुविधाजनक बनाने को लेकर प्रोटोकॉल उल्लंघन और दुरुपयोग को एक रिपोर्ट सामने आई. इसमें बताया गया कि उन्होंने उच्च पद पर बैठे अधिकारियों के नाम लेकर इस सुविधा का लाभ लिया. आदेश में आरोप लगाए गए है कि रान्या राव ने सुरक्षा जांच को दरकिनार किया. उसने अपराध के लिए अपने पिता का नाम लिया. इस दौरान सरकार ने रान्या को हवाई अड्डे पर प्रोटोकॉल सुविधा का लाभ उठाने में सक्षम बनाने में रामचंद्र राव की भूमिका की जांच की.
24 मार्च तक न्यायिक हिरासत में भेजा
स्पेशल कोर्ट ने रान्या को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. रान्या राव को 24 मार्च तक न्यायिक हिरासत में भेजा गया है. भाजपा की ओर से विधानसभा सत्र में इस मामले को उठाया गया. पार्टी ने मामले में दो मंत्रियों के शामिल होने का आरोप लगाया है. गृह मंत्री जी.परमेश्वर के अनुसार, राज्य पुलिस विभाग और रान्या राव सोना तस्करी मामले के बीच किसी तरह का संबंध नहीं है. आपको बता दें कि रान्या राव को बेंगलुरु अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर गिरफ्तार किया गया. उसके पास से 14.8 किलोग्राम सोना जब्त किया गया था.