उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने कुख्यात और 10 हजार के इनामी बदमाश विनोद जाट उर्फ विनोद पहलवान को आगरा के कागरोल इलाके से गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की है।
राजस्थान के भरतपुर निवासी बदमाश विनोद जाट के पास से मथुरा से लूटी गई एक कार बरामद हुई है।
यूपी एसटीएफ के एसएसपी अभिषेक सिंह ने रविवार को बताया कि एसटीएफ ने आगरा में वारदातों को अंजाम देने वाले 10 हजार रुपये के इनामी बदमाश विनोद जाट उर्फ विनोद पहलवान को मुखबिर की सूचना पर कल कागरोल क्षेत्र में जंदरा चौराहा के पास से गिरफ्तार किया।
इससे पहले झांसी से 12 जुलाई को 25 करोड़ की फिरौती के लिए अगवा किए गए सराफ राजेंद्र कुमार अग्रवाल (राजू कमरया) और उनके साथी राहुल अग्रवाल उर्फ राहुल छोले को सदर के ग्वालियर रोड स्थित रोहता कालोनी में भी एक मकान में रखा गया था।
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यहीं से 17 जुलाई की शाम सिकंदरा के निखिल वुडलैंड अपार्टमेंट में शिफ्ट किया गया था।
एसटीएफ की जांच में इसका खुलासा हुआ है। इसके बाद रोहता के दो लोगों से पूछताछ की जा रही है। इन पर अपहरण करने वाले विनोद जाट गैंग को शरण देने का आरोप है।
गिरफ्तार अभियुक्त ने पूछताछ पर बताया कि वह कक्षा 8 तक पढ़ा है। उसने प्रधानी चुनाव की रंजिश में अपने मित्र वीरपाल की हत्या कर दी। इस मामले में उसे 12 वर्ष की सजा हुई, जिसे काटने के बाद वह बाहर आया और फिर अपराध जगत में सक्रिय हो गया। उसके विरुद्ध राजस्थान के विभिन्न जनपदों में कई मामले पंजीकृत हैं।
आरोपी ने स्वीकार किया कि उसने बीती अगस्त में आगरा के थाना कागरौल में मोहकम सिंह उर्फ भूरी की हत्या की थी। इस मामले में उसकी गिरफ्तारी पर 10,000 रुपये का पुरस्कार घोषित किया गया था।
उसने बताया कि उसके पास से बरामद क्रेटा कार ताज एक्सप्रेसवे पर उसके 50-50 हजार के इनामी साथी विनोद चौधरी व जितेंद्र चौधरी उर्फ कंजा ने लूटी थी। विनोद जाट के खिलाफ पुलिस कार्रवाई कर रही है।
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Source : News Nation Bureau