हापुड़ लिचिंग: पीड़ित परिवार का आरोप, पुलिस छिपा रही है जांच रिपोर्ट

घटना में गंभीर रूप से घायल हुए समीउद्दीन के भाई मेहरुद्दीन ने प्रेस क्लब ऑफ़ इंडिया में मीडिया से कहा कि उनका परिवार डर के माहौल में रहा है।

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Vineeta Mandal
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हापुड़ लिचिंग: पीड़ित परिवार का आरोप, पुलिस छिपा रही है जांच रिपोर्ट

हापुड़ लिंचिंग (फोटो-फेसबुक)

उत्तर प्रदेश के हापुड़ में कथित रूप से एक युवक की पिटाई करने के मामले में शनिवार को पीड़ित के बड़े भाई ने पुलिस पर जांच रिपोर्ट छिपाने का आरोप लगाया है।

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दरअसल पिलखुआ के बछेड़ा गांव में 18 जून को किसी बात को लेकर एक बाइक सवार से झगड़ा हुआ। बाद में बाइक सवार ने फोन कर अपने दोस्तो को घटना स्थल पर बुला लिया और क़ासिम और समयुद्दीन की पिटाई कर दी।

घायल क़ासिम को पुलिस पास के अस्पताल लेकर आई जहां उसकी मौत हो गई।

हापुड़ के एसपी (पुलिस अधीक्षक) संकल्प ने घटना को लेकर कहा, 'पहले कहा जा रहा था कि गोकशी को लेकर दो समुदायों में झगड़ा हुआ लेकिन जांच में इस तरह की कोई बात सामने नहीं आई है।'

गंभीर रुप से घायल समयुद्दीन के भाई मेहरुद्दीन ने शनिवार को प्रेस क्लब ऑफ़ इंडिया में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि इस घटना के बाद हमारा 'पूरा परिवार डर के माहौल में' रहने को मजबूर है।

मेहरुद्दीन ने आगे बताया कि जब समयुद्दीन से अस्पताल मिलने पहुंचे तो हमने देखा कि उसके अंगुठे पर स्याही के निशान थे। हम लोग काफी डर गए हैं हमे नहीं पता कि भविष्य में हमारे साथ क्या होगा?

हापुड़ एसपी ने बताया, 'पुलिस मेहरुद्दीन का बयान रिकॉर्ड करने के लिए आजाद है। हमने समयुद्दीन के दूसरे भाई यासीन का बयान लिया है और उसी आधार पर FIR दर्ज़ किया है। चूंकि जांच अभी भी जारी है इसलिए मेहरुद्दीन भी अपना बयान रिकॉर्ड करा सकता है।'

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कासिम के भाई नदीम ने आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस ने परिवार की शिकायत पर मामला दर्ज़ नहीं किया और कहा कि इस मसले में अलग से शिकायत दर्ज़ करवाने की कोई जरूरत नहीं है।

मेहरुद्दीन ने आगे बताया कि पुलिस ने इस घटना के बारे में साढ़े पांच घंटे तक उसके परिवार को कुछ नहीं बताया। 

मेहरुद्दीन ने कहा, 'समयुद्दीन अपने पशुओं के लिए चारा लेने गया था तभी उसने देखा की कुछ लोग क़ासिम को घसीट कर ले जा रहे हैं। जब उसने बीच-बचाव करने की कोशिश की तो लोगों ने उनपर भी हमला कर दिया।'

मेहरुद्दीन ने बताया, 'हमने पुलिस से न्याय और सुरक्षा देने की मांग की है। पुलिस ने हमारी सभी मांगे पूरी करने का आश्वासन दिया है। हालांकि उन्होंने हमसे एक दस्तावेज पर हस्ताक्षर करने को भी कहा है। इसी काग़ज़ पर पुलिस ने पहले यासीन से भी हस्ताक्षर कराया था।

डीआईजी प्रवीण कुमार ने बताया कि अब तक इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है और कुछ को पूछताछ के लिए भी बुलाया गया है।

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Source : News Nation Bureau

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