गाजियाबाद पुलिस ने शनिवार को एक कांस्टेबल की हत्या के 11 साल पुराने मामले को सुलझाने का दावा करते हुए पांच लोगों को गिरफ्तार किया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) वैभव कृष्णा ने कहा कि 2007 में कांस्टेबल इकरार लापता हो गए थे। पुलिस ने मामला दर्ज किया था लेकिन वह इकरार का पता लगाने में नाकाम रही थी। मामले को अपराध शाखा को सौंप दिया गया था।
एसएसपी ने कहा कि सात सितम्बर को अपराध शाखा ने शहर के पुराने बस स्टैंड से दो मामूली चोरों को हिरासत में लिया था।
आरोपी मेघू से पूछताछ में खुलासा हुआ कि उसने अपने भाई पवन और तीन साथियों के साथ मिलकर इकरार और उनके सहायक को मौत के घाट उतार दिया था क्योंकि कांस्टेबल ने 'उनसे पैसे वसूले थे।'
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एसएसपी ने कहा कि आरोपियों ने उनके शवों को तेज बहाव वाले नाले में फेंक दिया था। उन्होंने इकरार की घड़ी समेत सभी सामान अपने पास रख लिए थे।
उन्होंने कहा कि इकरार की घड़ी, एक देसी पिस्तौल और एक अन्य अपराध से जुड़ा एप्पल आईफोन बरामद किया गया है।
Source : IANS