उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक नेता की अज्ञात हमलावरों ने चाकू गोदकर हत्या कर दी. भाजपा नेता प्रत्यूष मणि त्रिपाठी (34) पर सोमवार को बादशाहनगर में हमला किया गया. पुलिस के मुताबिक, उन्हें किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) के ट्रामा सेंटर ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया. आधी रात के तुरंत बाद अस्पताल के बाहर बड़ी संख्या में उनके समर्थकों ने अस्पताल के बाहर प्रदर्शन किया, पुलिस के विरोध में नारेबाजी की और लखनऊ पुलिस के वरिष्ठ अधीक्षक कलानिधि नैथानी की तुरंत बर्खास्तगी की मांग की. उधर, अधिकारियों ने परिजनों की मांग पर प्रत्यूषमणि त्रिपाठी की हत्या के मामले में SHO कैसरबाग वीरेंद्र कुमार कुशवाहा को निलंबित कर दिया है.
यह भी पढ़ें- बुलंदशहर हिंसा: योगी सरकार इंस्पेक्टर के परिजन को देगी 50 लाख की मदद, 28 नामजद समेत 60 लोगों पर FIR
उग्र भीड़ ने आरोप लगाया कि त्रिपाठी ने जिला पुलिस प्रमुख को बताया था कि उन्हें जान से मारने की धमकियां दी जा रही हैं. उन्होंने सुरक्षा की मांग की थी लेकिन उनके आग्रह पर कोई ध्यान नहीं दिया गया.
कैबिनेट मंत्री बृजेश पाठक के समझाने के बाद भी परिवार पोस्टमार्टम के लिए तैयार नहीं है. परिवारवालों का कहना है कि उनकी जो मांगे हैं, उस पर सरकार की तरफ से लिखित आश्वासन मिले. परिवारवालों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बुलाने की भी मांग की. साथ ही लखनऊ के एसएसपी कलानिधि नैथानी को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने की मांग परिजनों ने की. परिजनों की मांग पर प्रत्यूषमणि त्रिपाठी की हत्या के मामले में SHO कैसरबाग वीरेंद्र कुमार कुशवाहा को निलंबित कर दिया गया है.
Source : IANS