एक बेटा रिटायर्ड इंस्पेक्टर दूसरा भी कमाऊ पूत, फिर भी मां बन गई 'कैदी'

पड़ोसियों ने पुलिस को सूचना दी कि उसके बेटों ने पिछले दस साल से महिला को बंद कर रखा है और साप्ताहिक आधार पर उसे बिस्कुट और रोटी परोसते थे.

पड़ोसियों ने पुलिस को सूचना दी कि उसके बेटों ने पिछले दस साल से महिला को बंद कर रखा है और साप्ताहिक आधार पर उसे बिस्कुट और रोटी परोसते थे.

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Nihar Saxena
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Inspector arrested

दस साल से घर में कैदी की तरह रखी गई मां.( Photo Credit : न्यूज नेशन)

हैरान कर देने वाली घटना में 72 साल की महिला को उसके दो बेटों ने यहां पिछले दस साल से अपने घर में बंद रखा था. सेवानिवृत्त पुलिस इंस्पेक्टर की पहचान शनमुगसुंदरन के रूप में हुई है और उसके भाई की पहचान वेंकटेशन के रूप में हुई है, जो दूरदर्शन के एक कर्मचारी हैं, दोनों ने अपनी मां ज्ञानजोठी (72) को उनके घर पर बंद रखा हुआ था. घटना का खुलासा शुक्रवार को तब हुआ जब राज्य के समाज कल्याण विभाग के हेल्पलाइन नंबर 181 पर महिला की दुर्दशा को लेकर फोन आया. दो महिला स्टाफ सदस्य, विमला और दिव्या पुलिस के साथ कावेरी नगर स्थित महिला के आवास पर पहुंचीं.

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पड़ोसियों ने पुलिस को सूचना दी कि उसके बेटों ने पिछले दस साल से महिला को बंद कर रखा है और साप्ताहिक आधार पर उसे बिस्कुट और रोटी परोसते थे. पुलिस ने कहा कि प्रारंभिक रूप से दवा देने के बाद उन्हें एक मनोरोग अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया जाएगा. महिला का पति दूरदर्शन का कर्मचारी था और उनके निधन के बाद उनकी बेटी ने मां की देखभाल की थी. पिता के निधन के दो साल बाद बेटी की भी मौत हो गई. इसके बाद पुलिस के मुताबिक महिला के बुरे दिन शुरू हो गए.

दोनों बेटों ने उसकी जिम्मेदारी नहीं ली. हालांकि शनमुघसुंदरम पास में ही रहता था और वेंकटेशन पुदुकोट्टई में रह रहा था. दोनों ने उन्हें रखने से मना कर दिया था. तमिलनाडु के स्वास्थ्य और समाज कल्याण मंत्री मा सुब्रमण्यम ने कहा. 'अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. हम मामले का विस्तार से अध्ययन किया जा रहा है.' वहीं इस घटना के सामने आने के बाद शहर में रिश्तों के दागी होने पर चर्चा चल रही है. 

HIGHLIGHTS

  • पति के निधन के बाद दोनों बेटों ने किया किनारा
  • 10 साल से बेटों ने घर में रखा मां को कैद करके
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