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भरतपुर में डॉक्टर दंपति की हत्या का खुला राज, इस वजह से गोलियों से भूना

हम बात कर रहे है श्रीराम हॉस्पिटल के मालिक डाक्टर सुदीप गुप्ता तथा उनकी पत्नी डाक्टर सीमा गुप्ता की आज दिन दहाड़े हुई हत्या से जुड़ी उन कड़ियों का जिन्हें आज भी लोग भूले नही है.

Updated on: 29 May 2021, 06:51 PM

highlights

  • बदला लेने के लिए की डॉक्टर दंपति की हत्या
  • डॉक्टर दंपति हत्या के मामले में जेल गया था
  • 2 साल बाद दिन दहाड़े गोली मारकर की हत्या

भरतपुर:

करीब दो साल पहले 7 नवंबर 2019 को राजस्थान में भरतपुर के सूर्या सिटी से शुरू हुई एक डॉक्टर के अवैध संबंधों के खुलासे की कहानी का इस तरह से अंत होगा किसी ने सोचा तक नही था. भरतपुर शहर ही नही पूरे जिले में आज डॉक्टर दम्पति की सामूहिक हत्या की खबर के साथ ही लोगों को 7 नवंबर 2019 का वो दिन भी याद आ गया जब एक मां और उसके मासूम बच्चे को लाक्षागृह बना कर इतनी बेदर्दी के साथ जला दिया गया कि प्रत्यक्षदर्शियों के आज भी रोंगटे खड़े हो जाते है. जी हां हम बात कर रहे है श्रीराम हॉस्पिटल के मालिक डाक्टर सुदीप गुप्ता तथा उनकी पत्नी डाक्टर सीमा गुप्ता की आज दिन दहाड़े हुई हत्या से जुड़ी उन कड़ियों का जिन्हें आज भी लोग भूले नही है.

शुक्रवार को नीम दा गेट इलाके में दिनदहाड़े डॉक्टर दंपती की हत्या को लेकर रेंज आईजी प्रसन्न कुमार खमेसरा ने खुलासा किया है कि डॉक्टर दंपती की हत्या बदला लेने के लिए की गई है. डॉ. सीमा गुप्ता पर आरोप था कि उन्होंने दो साल पहले पति सुदीप गुप्ता की प्रेमिका दीपा गुर्जर और उसके बेटे शौर्या की सूर्या सिटी के एक फ्लैट में जलाकर हत्या कर दी थी. 

भरतपुर की सूर्या सिटी जैसी पॉश कॉलोनी के एक विला में रह रही डॉक्टर सुदीप की कथित प्रेमिका दीपा गुर्जर के बारे में जब उनकी पत्नी डॉ. सीमा को पता चल गया तो उसने दीपा को सबक सिखाने की ठान ली. वह अपनी सास के साथ विला पहुंची. वहां डॉक्टर सीमा और दीपा के बीच हाथापाई हुई. सीमा ने दीपा और उसके बेटे शौर्य को कमरे में बंद कर दिया. इसके बाद स्प्रिट छिड़ककर आग लगा दी. इससे दीपा और उसके बेटे की मौत हो गई. तब चिकसाना थाना पुलिस ने डॉ. सुदीप और डॉ. सीमा को हत्या के मुकदमे में गिरफ्तार किया था. 

अभी कुछ महीने पहले ही पति-पत्नी दोनों ही जमानत पर वाहर आये थे. जला कर मार डाली गयी दीपा गुर्जर डॉ. सुदीप के क्लिनिक में रिसेप्शनिस्ट थी. आपको बता दें कि जिस दिन डॉक्टर की पत्नी सीमा गुप्ता ने उस घर में आग लगाई थी तब अपनी बहन और भांजे को बचाने के लिए सबसे पहले दीपा गुर्जर का भाई अनुज ही पहुंचा था और उसने अपने सामने अपनी बहन और भांजे को घुट घट कर मरते हुए देखा था.