/newsnation/media/post_attachments/images/2022/07/10/sukesh-72.jpg)
Sukesh chandrashekhar( Photo Credit : social media )
रोहिणी जेल में बंद एक महाठग से रिश्वत लेकर उसे सुविधाएं उपलब्ध करने के आरोप में 82 अधिकारी-कर्मचारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. ऐसा बताया जा रहा है कि सुकेश चंद्रशेखर (Sukesh chandrashekhar) से करीब 1.5 करोड़ प्रति माह रिश्वत के तौर पर ली जाती थी. आरोप है कि सुकेश अलग से बैरक की मांग रहा था. इसके साथ जेल में मोबाइल फोन इस्तेमाल करने समेत अन्य सुविधाएं देने के नाम पर ये रकम अफसरों को देता था. इस मामले में 15 जून को FIR दर्ज हुई है. बता दें कि फोर्टिस हेल्थकेयर के पूर्व प्रवर्तक शिविंद मोहन की पत्नी अदिति सिंह सहित कुछ अमीर लोगों को ठगने के आरोपी सुकेश चंद्रशेखर रोहिणी की जेल नंबर 10 में वार्ड नंबर 3 के बैरक नंबर 204 में बंद था. इस बीच उसे किसी तरीके से मदद देने के आरोप में 7 जेल कर्मियों को पहले ही गिरफ्तार गया था.
सकेश ने तिहाड़ जेल में रहकर 200 करोड़ की ठगी की थी. सुकेश ने जेल से ही गृह मंत्रालय का अफसर बनकर ठगी को अंजाम दिया था. ऐसे आरोप हैं कि सुकेश ने जेल अधिकारियों को लाखों रुपए की रिश्वत देकर मोबाइल फोन का उपयोग किया था. इस दौरान जांच के बाद कई जेल अधिकारी गिरफ्तार हुए थे.
सुकेश को करीबियों को पत्र भेजते हुए पकड़ा गया. सुकेश को जेल की सुरक्षा व्यवस्था में लगाते पकड़ा गया. सुकेश जेल के बाहर मैसेज भिजवाते सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया. आरोपी तिहाड़ जेल के नर्सिंग स्टाफ को एक पत्र देकर बाहर भेज रहा था. जेल प्रशासन का कहना है कि सुकेश अपने मैसेज को इधर से उधर करवाता था. इस मामले में तिहाड़ जेल प्रशासन ने दिल्ली पुलिस को आरोपी नर्सिंग स्टाफ के खिलाफ कार्रवाई को लेकर लेटर लिखा है.
दरअसल सुकेश की सीसीटीवी रिकॉर्डिंग जांचने के दौरान अधिकारियों ने पाया कि जेल के अस्पताल में कॉन्क्ट्रेट पर काम करने आई एक नर्सिंग स्टाफ से सुकेश बात कर रहा है और उसे अपना एक पत्र दे रहा है. ये पत्र नर्सिंग स्टाफ को सुकेश के किसी जानकार को बाहर जाकर देना था. नर्सिंग स्टाफ से जब पूछताछ की गई तो किसी तरह का संतोषजनक जवाब नहीं मिला. फिलहाल, तिहाड़ के अधिकारियों ने इसकी जांच के दिल्ली पुलिस से शिकायत की. अब इस मामले की जांच पुलिस कर रही है. तिहाड़ की जेल नंबर तीन में बंद सुकेश चंद्रशेखर आय-दिन सुरक्षा व्यवस्था से खिलवाड़ करता रहता है. इससे तिहाड़ अधिकारियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
HIGHLIGHTS
- आरोप है कि सुकेश अलग से बैरक की मांग रहा था
- इस मामले में 15 जून को FIR दर्ज हुई है.