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मूसेवाला मर्डर: शूटर दीपक-कपिल को मानसा कोर्ट ने 6 दिनों की रिमांड पर भेजा

सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड (Sidhu Moose Wala Murder Case) में नेपाल पुलिस ने आखिरी शूटर दीपक मुंडी और उसके साथियों को गिरफ्तार किया है. उन्हें पंजाब की मानसा कोर्ट (Punjab's Mansa Court) में पेश किया गया, जिन्हें 6 दिनों की पुलिस रिमांड...

Updated on: 11 Sep 2022, 12:08 PM

highlights

  • मूसेवाला के हत्यारे को 6 दिन की रिमांड
  • मानसा कोर्ट ने पुलिस को दी तीनों की रिमांड
  • 29 मई को हुई थी मूसेवाला की हत्या

मानसा:

सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड (Sidhu Moose Wala Murder Case) में नेपाल पुलिस ने आखिरी शूटर दीपक मुंडी और उसके साथियों को गिरफ्तार किया है. उन्हें पंजाब की मानसा कोर्ट (Punjab's Mansa Court) में पेश किया गया, जिन्हें 6 दिनों की पुलिस रिमांड ( 6-day police remand) पर भेज दिया गया. मानसा कोर्ट ने दीपक मुंडी, कपिल पंडित और राजिंदर को 6 दिनों की पुलिस रिमांड के लिए पुलिस के हवाले कर दिया, जहां अब उनसे पूछताछ होगी. बता दें कि तीनों को नेपाल पुलिस ने पश्चिम बंगाल से नेपाल में घुसते समय गिरफ्तार किया था, जहां से उन्हें दिल्ली लाया गया था. इसके बाद तीनों को मानसा के सीआईए पुलिस स्टेशन में उन्हें रखा गया था.

दो शूटर एनकाउंटर में हो चुके हैं ढेर

सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड (Sidhu Moose Wala Murder Case) में दीपक मुंडी ने शूटर की भूमिका निभाई थी जबकि कपिल पंडित और राजिंदर ने हथियारों और ठिकाने सहित रसद सहायता प्रदान की. दीपक मुंडी को पंजाब के मानसा कोर्ट में पेशी के लिए लाया गया था, जहां से तीनों को 6 दिनों की पुलिस रिमांड में भेज दिया गया है. सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड (Sidhu Moose Wala Murder Case) में शामिल 3 शार्प शूटर प्रियवर्त फौजी, अंकित सेरसा और कशिश उर्फ कुलदीप को दिल्ली पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है जबकि दो शूटर एनकाउंटर में ढेर हो चुके हैं.

29 मई को हुई थी सिद्धू मूसेवाला की हत्या

बता दें कि पंजाब के मानसा जिले में 29 मई को सिद्धू मूसेवाला के नाम से मशहूर गायक शुभदीप सिंह सिद्धू की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. पंजाब सरकार द्वारा स्थायी तौर पर उनकी सुरक्षा वापस लिए जाने के एक दिन बाद यह घटना हुई थी. मूसेवाला अपने दोस्त और चचेरे भाई के साथ मानसा में स्थित जवाहर के गांव जा रहे थे, तभी छह बदमाशों ने उनके वाहन को रोका और गोलियां बरसानी शुरू कर दीं थी. इस हमले की जिम्मेदारी कनाडा स्थित लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के सदस्य गैंगस्टर गोल्डी बराड़ ने ली थी.