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पिता के दोस्त की बेटी की आपबीती सुनकर सिहर उठेंगे आप, जानें कौन है रेप का आरोपी

आरोपी अधिकारी प्रेमोदय खाखा दिल्ली सरकार के महिला एवं बाल विकास विभाग में डिप्टी डायरेक्टर के पद तैनात था. 1998 में दिल्ली सरकार में कल्याण अधिकारी के रूप में भर्ती किया गया था.

Updated on: 22 Aug 2023, 09:48 PM

नई दिल्ली:

अपने दोस्त की नाबालिग बेटी से लंबे समय तक दुष्कर्म करने वाले आरोपी प्रमोदय खाखा को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने अधिकारी की पत्नी को भी पकड़ा है. पत्नी पर आरोप है कि जब नाबालिग पीड़िता प्रेग्नेंट हुई थी तो उसने अबॉर्शन पिल्स लाकर उसे दिया था. पुलिस ने दिल्ली सरकार के आरोपी अधिकारी प्रेमोदय खाखा और उसकी पत्नी सीमा रानी को 21 अगस्त को इस मामले में लंबी पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया था. आरोपी सीमा को कोर्ट ने न्यायिक हिरासत में भेज दिया है.  मामला सामने आने के बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अधिकारी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया. आरोपी अधिकारी प्रेमोदय खाखा दिल्ली सरकार के महिला एवं बाल विकास विभाग में डिप्टी डायरेक्टर के पद तैनात था. 1998 में दिल्ली सरकार में कल्याण अधिकारी के रूप में भर्ती किया गया था. उसने पिछले 25 सालों में महिला एवं बाल कल्याण और समाज कल्याण विभागों में काम किया है. इसके अलावा खाखा जुवेनाइनल जस्टिस बोर्ड में भी अपनी सेवा दे चुका है. साथ ही दिल्ली में ऑब्जर्वेशन होम फॉर ब्वॉयज का इनचार्ज भी रहा है. 

रेप के आरोपी अफसर प्रेमोदय खाखा दिल्ली सरकार में कई बड़े पदों पर रह चुका है. वह मंत्री कैलाश गहलोत का OSD भी रह चुका है. 2022 से 2023 तक खाखा तत्कालीन महिला एवं बाल विकास मंत्री कैलाश गहलोत का ओएसडी भी रह चुका है. मार्च 2023 में आतिशी जब इस विभाग की मंत्री बनी तो खाखा को इस पद से हटा दिया गया. 

कैसे हुआ मामले का खुलासा

दिल्ली पुलिस की पूछताछ में खुलासा हुआ कि आरोपी अधिकारी खाखा और पीड़ित के पिता दोनों अच्छे मित्र थे. 1 अक्टूबर 2020 को पीड़िता के पिता का निधन हो गया. अगले महीने आरोपी खाखा दोस्त की 14 साल की बेटी को  लेकर अपने घर आ गया और उसे अच्छी से देखभाल करने का भरोसा दिया, लेकिन इसके बाद तो मानवता ऐसी शर्मसार हुई कि जिसने सुना वह दांते तले अंगूली दबाने लगा. नवंबर 2020 से जनवरी 2021 तक आरोपी खाखा ने कई बार नाबालिग से रेप किया. नाबालिग प्रेग्नेंट हो गई. पीड़ित मासूम ने जब यह बात खाखा की पत्नी से बताई तो उसने उसे मुंह नहीं खोलने की धमकी दी और उसने अपने बेटे से अबॉर्शन पिल्स मंगवाकर उसे खाने को दे दीं. कुछ दिन बाद पीड़िता की मां उससे मिलने खाखा के घर पहुंची. जहां पीड़िता ने आप बीती सुनाई. पीड़िता अपनी मां के साथ घर लौट गई.

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पीड़िता की शिकायत पर आरोपी और उसकी पत्नी गिरफ्तार

पीड़िता तब से सदमे में रहने लगी. करीब ढाई साल तक सदमे में रही. पीड़िता उस वाक्या को याद कर डर जाती थी. वो मेंटल ट्रामा से भी गुजर रही थी. एक दिन अचानक से उसे एंग्जाइटी अटैक आया.  उसकी मां उसे अस्पताल लेकर पहुंची. जहां काउंसलर को पीड़िता ने पूरी बात बताई.तब जाकर 13 अगस्त को पीड़िता की शिकायत पर खाखा के खिलाफ मामला दर्ज हुआ. और पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए आरोपी खाखा और उसकी पत्नी को गिरफ्तार कर लिया.