Sharddha Murder Case : मानव अंगो के लिए गुरुग्राम वन में की गई खोज

दिल्ली पुलिस ने फॉरेंसिक टीम के साथ शुक्रवार को गुरुग्राम के डीएलएफ फेज-2 वन क्षेत्र का दौरा किया और श्रद्धा वॉकर के और अवशेष खोजने के लिए तलाशी ली. सूत्रों ने कहा कि जांचकर्ताओं को संदेह है कि आफताब अमीन पूनावाला ने अपने कार्यालय आने के दौरान अपने लिव-इन पार्टनर के कुछ और शरीर के अंगों को वन क्षेत्र में फेंक दिया होगा. वॉकर की नृशंस हत्या के आरोप में 12 नवंबर को गिरफ्तार आफताब गुरुग्राम की एक आईटी कंपनी सी-वेंट में काम करता था.

दिल्ली पुलिस ने फॉरेंसिक टीम के साथ शुक्रवार को गुरुग्राम के डीएलएफ फेज-2 वन क्षेत्र का दौरा किया और श्रद्धा वॉकर के और अवशेष खोजने के लिए तलाशी ली. सूत्रों ने कहा कि जांचकर्ताओं को संदेह है कि आफताब अमीन पूनावाला ने अपने कार्यालय आने के दौरान अपने लिव-इन पार्टनर के कुछ और शरीर के अंगों को वन क्षेत्र में फेंक दिया होगा. वॉकर की नृशंस हत्या के आरोप में 12 नवंबर को गिरफ्तार आफताब गुरुग्राम की एक आईटी कंपनी सी-वेंट में काम करता था.

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IANS
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Shraddha murder case

(source : IANS)( Photo Credit : Twitter)

दिल्ली पुलिस ने फॉरेंसिक टीम के साथ शुक्रवार को गुरुग्राम के डीएलएफ फेज-2 वन क्षेत्र का दौरा किया और श्रद्धा वॉकर के और अवशेष खोजने के लिए तलाशी ली. सूत्रों ने कहा कि जांचकर्ताओं को संदेह है कि आफताब अमीन पूनावाला ने अपने कार्यालय आने के दौरान अपने लिव-इन पार्टनर के कुछ और शरीर के अंगों को वन क्षेत्र में फेंक दिया होगा. वॉकर की नृशंस हत्या के आरोप में 12 नवंबर को गिरफ्तार आफताब गुरुग्राम की एक आईटी कंपनी सी-वेंट में काम करता था.

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इस बीच, पुलिस टीमों ने भी तकनीकी निगरानी शुरू कर दी है और श्रद्धा और आफताब के बीच किए गए टेक्स्ट मैसेज को स्कैन कर रही है. जांचकर्ता आफताब को हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के विभिन्न स्थानों पर ले जा सकते हैं, जो उन्हें जघन्य अपराध की ओर ले जाने वाली घटनाओं के क्रम को स्थापित करने में मदद करेगा. दिल्ली पुलिस की इस दलील पर कि वह जांच में सहयोग नहीं कर रहा है, अदालत ने बुधवार को आरोपी के नार्को टेस्ट को मंजूरी दे दी.

सूत्रों ने बताया कि जब आफताब को पहली बार पूछताछ के लिए बुलाया गया तो उसने जांचकर्ताओं को बताया कि पीड़िता 22 मई को घर से निकली थी. सूत्रों ने कहा, हालांकि, उसका सामान घर पर था जिस पर आफताब ने पुलिस को बताया कि उसने केवल उसका फोन लिया था. उसने यह भी कहा कि उसके जाने के बाद से उन्होंने एक-दूसरे से बात नहीं की.

जांचकर्ताओं ने उसके बयान पर संदेह किया और कड़ी पूछताछ और डिजिटल सबूतों के माध्यम से, जिसमें उसके इंस्टाग्राम अकाउंट का उपयोग भी शामिल था, जिसमें महरौली क्षेत्र का स्थान दिखाया गया था, आफताब ने आखिरकार पीड़िता की हत्या करने और फिर उसके शरीर को 35 टुकड़ों में काटने की बात कबूल की.

Source : IANS

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