logo-image

दिल्ली: नार्को टेरर में शामिल विदेशी एजेंसियों के मॉड्यूल का भंडाफोड़

भारत को आतंकवादी वारदातों के माध्यम से दहलाने की साजिश रच रही विदेशी खुफिया एजेंसियों की पोल दिल्ली पुलिस ने खोल दी है. दिल्ली पुलिस और एनसीबी ने दिल्ली के शाहीन बाग में आने वाले जामिया इलाके से एक साथ 350 करोड़ की हेरोइन जब्त की है.

Updated on: 29 Apr 2022, 06:05 PM

highlights

  • दिल्ली में बड़े ड्रग कारोबार का भंडाफोड़
  • दुबई में बैठा शख्स चला रहा पूरा कारोबार
  • भारत में नार्को टेरर के जरिए फैलाया जा रहा आतंकवाद

नई दिल्ली:

भारत को आतंकवादी वारदातों के माध्यम से दहलाने की साजिश रच रही विदेशी खुफिया एजेंसियों की पोल दिल्ली पुलिस ने खोल दी है. दिल्ली पुलिस और एनसीबी ने दिल्ली के शाहीन बाग में आने वाले जामिया इलाके से एक साथ 350 करोड़ की हेरोइन जब्त की है. इसके अलावा भारी मात्रा में नकदी भी बरामद हुई है. दिल्ली पुलिस ने खुलासा किया है कि पाकिस्तान की कुख्यात खुफिया एजेंसी आईएसआई तालिबान के साथ मिल कर भारत में आतंकवाद के वित्तपोषण में जुटी हुई है, इसी के भरण-पोषण के लिए इतनी भारी मात्रा में ड्रग्स हिंदुस्तान में दाखिल कराए गए थे. ताकि यहीं के पैसों से यहीं पर आतंकवाद को बढ़ावा दिया जा सके. 

सूत्रों के मुताबिक, इंटरनेशनल ड्रग्स आतंकी साजिश के टारगेट पर खास तौर पर यूपी था. एनसीबी और एजेंसियों के सूत्रों के मुताबिक तालिबान की हार्ड कोर तंजीम ISI के साथ मिलकर नार्को टेरर और ड्रग्स कारोबार के जरिये भारत में बड़ी साजिश रच रही है. ISI और तालिबान देश की राजधानी दिल्ली में ड्रग्स कारोबार की जड़े जमाने की बड़ी साजिश रच रहा है. 

पश्चिमी यूपी में खूब हुआ नार्को टेरर से मिले धन का इस्तेमाल

सूत्रों के मुताबिक यूपी में पहले और हाल में साम्प्रदायिक दंगों को लेकर चर्चा में रहे इलाकों में इस नार्को टेरेरिज्म नेटवर्क से पैसा भेजा गया. अफगानिस्तान, तालिबान से लेकर ISI, पाकिस्तान और दुबई ड्रग्स नेक्सस में कैराना से मुजफ्फरनगर तक शामिल हैं. इन दोनों जगहों पर NCB और अन्य  एजेंसियों ने रेड की है. इस मामले में कैराना से जल्द ही कुछ और गिरफ्तारियां भी हो सकती है. सूत्रों के मुताबिक, इस सिंडिकेट ने कैराना में ही सबसे पहले अपना ठिकाना बनाया था. इस ड्रग्स नेटवर्क का मास्टमाइंड दुबई में बैठा है और उसका भाई यहां आपरेट कर रहा था, जिसे पुलिस जल्द गिरफ्तार करने वाली है. इसके अलावा एनसीबी ने दो अफगानी मूल के लोगों को भी गिरफ्तार किया है.

ये भी पढ़ें: भारतीय छात्रों को वापस पढ़ाई करने की चीन ने दी इजाजत, मांगी है ये जानकारी

अब तक 3000 करोड़ से अधिक की ड्रग्स बरामद

अब तक NCB, गुजरात ATS, DRI कस्टम और दूसरी फोर्स ने करीब 3000 करोड़ की जो 243 किलो ड्रग्स की खेप अलग-अलग जगहों से बरामद की है, उन सभी के तार एक-दूसरे से जुड़े पाए गए हैं. एजेंसीज के मुताबिक, पूरी दुनिया में ड्रग्स और खासकर हेरोइन की करीब 90 फीसदी पैदावार केवल तालिबान राज में हो रहा है, जिसका ड्रग्स के तौर पर इस्तेमाल नार्को टेरर में भारत के खिलाफ किया जा रहा है. एनसीबी के मुताबिक जिस राजी हैदर अली नाम के शख्स को गिरफ्तार किया गया है वो मूल रूप से मुजफ्फरनगर का ही रहने वाला है. वो करीब 8 साल से दिल्ली में रह रहा था और यहां रहकर कपड़ों का कारोबार कर रहा था. मुजफ्फरनगर के इसके ठिकाने से भी एनसीबी ने ड्रग्स बरामद की थी.  दरअसल ये व्यक्ति सिर्फ एक रिसीवर है. इस सिंडेकेट में सबसे खास व्यक्ति दुबई में बैठ कर पूरे सिंडिकेट को संचालित कर रहा है. उसी के कहने पर शाहीन बाग से ड्रग्स की खेप अलग अलग राज्यों में भेजी जाती थी. सूत्रों के मुताबिक इस ड्रग टेरर सिंडिकेट से अब तक काफी बड़ी रकम यूपी में गड़बड़ी फैलाने के लिए भेजी जा चुकी है.