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एक ही घर से परिवार के 9 सदस्यों की मिली लाश, कर्ज का बोझ या कोई...

Doctor Family suicide Case : महाराष्ट्र के अम्बिकानगर इलाके में एक ही मकान से नौ लोगों की लाशें मिली हैं. सभी मृतकों के संबंध एक ही परिवार से बताया जा रहा है. इस घटना के सामने आने के बाद आसपास के सब लोग स्तब्ध हैं.

Updated on: 20 Jun 2022, 06:23 PM

highlights

  • दिल्ली के बुराड़ी सुसाइड जैसा मामला आया सामने
  • महाराष्ट्र के सांगली में मिले एक ही परिवार के 9 लोगों के शव
  • सगे भाइयों के संयुक्त परिवार के लोगों के हैं सारे शव

नई दिल्ली:

Doctor Family suicide Case : महाराष्ट्र के अम्बिकानगर इलाके में एक ही मकान से नौ लोगों की लाशें मिली हैं. सभी मृतकों के संबंध एक ही परिवार से बताया जा रहा है. इस घटना के सामने आने के बाद आसपास के सब लोग स्तब्ध हैं. यह इलाका मुम्बई से करीब 350 किलोमीटर दूर सांगली जिले में स्थित है. अनुमान लगाया जा रहा है कि आर्थिक तंगी से परेशान होकर डॉक्टर फैमिली ने ये बड़ा कदम उठाया है. हालांकि, ये भी पता लगाया जा रहा है कि आत्महत्या करने की कहीं कोई वजह से तो नहीं है.  

दो सगे भाइयों के परिवार में हुई है यह घटना

शुरुआती जानकरों से पता चल रहा है कि मरने वाले सब लोग दो सगे भाइयों के परिवार के ही लोग हैं. बताया जा रहा है कि पोपट यल्लाप्पा वनमोरे (52) और डॉ. माणिक यल्लाप्पा वनमोरे (49) दो सगे भाई थे. उनके अलावा उनके परिवार के सात और सदस्यों के शव बरामद हुए हैं. बाकी सदस्यों के नाम हैं- अक्काताई वनमोरे (72), संगीता पोपट वनमोरे (48), रेखा माणिक वनमोरे (45), अर्चना पोपट वनमोरे (30), शुभम पोपट वनमोरे (28), अनिता माणिक वनमोरे (28), आदित्य माणिक वन (15).

सामूहिक आत्महत्या बताई जा रही है वजह

अब तक मिली जानकारी के अनुसार, इसे एक सामूहिक आत्महत्या माना जा रहा है. पोपट और माणिक का परिवार एक संयुक्त परिवार था, उनके सबके शव मिले हैं. पुलिस के अनुसार उनके शरीर पर किसी तरह की चोट के निशान मौजूद नहीं हैं. लेकिन पुलिस का कहना है कि असल बात जांच के बाद ही पता चलेगी.

कर्ज हो सकता है इस हादसे की वजह

लोगों का कहना है कि सगे भाइयों का यह परिवार कर्ज से जूझ रहा था. ऐसे में कहीं परिवार ने इसी के चलते यह कदम न उठा लिया हो. पुलिस को भी यही अंदेशा है कि शायद यही इसकी वजह हो सकती है. पुलिस मामले की फॉरेंसिक जांच कर रही है. घटनास्थल से उंगलियों के निशान और बाकी फॉरेंसिक सुबूत इकट्ठे किए जा रहे हैं. सच्चाई पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही सामने आ पाएगी.