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सागर मर्डर केस: पहलवान सुशील कुमार की पुलिस रिमांड 4 दिन और बढ़ाई गई

दिल्ली की रोहिणी कोर्ट (Delhi Rohini Court) में मामले की सुनवाई चल रही थी जिसमें दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने सुशील कुमार की रिमांड 7 दिनों के लिए बढ़ाए जाने की अपील की थी, जिसके बाद अब कोर्ट ने सुशील की पुलिस रिमांड 4 और दिन बढ़ा दी है.

Updated on: 29 May 2021, 05:46 PM

highlights

  • पहलवान सुशील की रिमांड 4 दिन बढ़ाई गई
  • सागर हत्याकांड में आरोपी है पहलवान सुशील
  • पहलवान सुशील से वापस लिए जा सकते हैं अवॉर्ड

नई दिल्ली:

4 मई को दिल्ली के छत्रसाल स्टेडियम (Chhatrasal Stadium ) में सागर धनकड़ हत्याकांड मामले में ओलंपियन पहलवान सुशील कुमार (Sushil Kumar) की रिमांड एक बार फिर से बढ़ा दी गई है. दिल्ली की रोहिणी कोर्ट (Delhi Rohini Court) में मामले की सुनवाई चल रही थी जिसमें दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने सुशील कुमार की रिमांड 7 दिनों के लिए बढ़ाए जाने की अपील की थी, जिसके बाद अब कोर्ट ने सुशील की पुलिस रिमांड 4 और दिन बढ़ा दी है. पुलिस ने अपनी बात रखते हुए कोर्ट में कहा कि सुशील कुमार एक जघन्य अपराध (Heinous Crime) का मास्टर माइन्ड है इसमें एक युवा पहलवान की मौत हुई है. आरोपी के एक वीडियो क्लिप और वीडियो बनाने वाले गवाह के बयान के बाद ये बात पूरी तरह से स्पष्ट हो चुकी है.  

सुशील पहलवान ने बीते 6 दिनों के रिमांड के चलते पुलिस जांच पूछताछ में सहयोग नहीं किया लिहाजा अदालत ने माना कि उनसे और पूछताछ की जरूरत है और 4 दिन की रिमांड अवधि बढ़ा दी है. दिल्ली पुलिस की ओर से सरकारी वकील ने 7 दिन के रिमांड की मांग की थी जिसका सुशील पहलवान और उसके साथी अजय  बक्करवाला के डिफेंस काउंसिल ने पुरजोर विरोध किया. उन्होंने दलील दी कि सुशील से पर्याप्त पूछताछ हो चुकी है पुलिस ने साक्षी रिकवर करने का दावा भी किया है. डिफेंस काउंसिल ने इस मामले में मीडिया रिपोर्टिंग पर भी सवाल उठाए हैं.

दूसरी और दिल्ली पुलिस के वकील ने अदालत को बताया कि सुशील पहलवान ने जांच में सहयोग नहीं किया उनसे पूछताछ के बिनाह पर कुछ फरार आरोपियों की गिरफ्तारी करनी बाकी है, कुछ मोबाइल रिकवर करने हैं, इस मामले में एक मोबाइल वीडियो प्रमुख डिजिटल एविडेंस बना है इसलिए सपोर्ट पर मौजूद अन्य आरोपियों के मोबाइल की भी जांच की जानी आवश्यक है, सुशील से पूछताछ के आधार पर उसका एक डीवीआर भी रिकवर होना है, इस बीच उसकी लाइसेंसी पिस्टल को दुरुपयोग की आशंका से सीज किया गया है, सुशील को उन जगहों पर ले जाना है जहां वह फरारी के दौरान छिपा था. इन दलीलों से सहमत होकर अदालत ने और 4 दिन की पूछताछ की इजाजत दी और आरोपियों को क्राइम ब्रांच के सुपुर्द कर दिया.

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वापस लिया जा सकता है सुशील का अवॉर्ड
सुशील कुमार ने दो बार ओलिंपिक में मेडल जीतकर देश का नाम रोशन किया है लेकिन इस हत्याकांड में आरोपी होने के बाद उन्होंने इन सम्मानों का अपमान किया है.  कभी कुश्ती के मैदान पर अपना खून पसीना बहाकर अपने आप को आसमान की बुलंदियों तक ले जाने वाले पहलवान सुशील ने बीजिंग और लंदन ओलिंपिक में देश के हर खेल प्रेमी का सिर गर्व से ऊपर कर दिया था. सरकार ने उन्हें पद्म अवॉर्ड से भी सम्मानित किया था. अब यह भी मांग की जा रही है कि उनसे सभी सम्‍मान वापस ले लिए जाए. जिसमें पद्म अवॉर्ड भी वापस लेने की मांग की जा रही है.

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काला सौदा गैंग और नीरज बवानिया गैंग से कनेक्टेड चारो आरोपी
आपको बता दें कि भारत के लिए  ओलंपिक में पदक जीतने वाले सुशील कुमार के चार साथी अब पुलिस की गिरफ्त में हैं. खास बात ये है कि पकड़े गए चारो आरोपी काला सौदा गैंग और नीरज बवानिया गैंग से कनेक्टेड बताए जा रहे हैं. जिस रात सागर धनकड़ का मर्डर हुआ, सभी अलग अलग गाड़ियों से छत्रसाल स्टेडियम पहुंचे थे. पुलिस इनसे बाकी फरार आरोपियों का पता लगाएगी और सुशील के बाकी कारनामों का भी खुलासा होगा, यह पता चलेगा कि सुशील ने इनके साथ और किन अपराधों में सक्रिय भूमिका निभाई, जिस वजह से यह सभी सुशील का साथ देने के लिए मर्डर स्पॉट पर पहुंचे थे.