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22 साल से था कैद.. रिहाई से ठीक पहले फरार हो गया अपराधी! हैरान करने वाली वजह..

क्यों अपने रिहाई के आखिरी दिन ही ये कैदी जेल से भाग गया? आखिर क्या थी इसके पीछे की असल वजह. ऐसा चौकाने वाला जेल ब्रेक आपने कभी नहीं सुना होगा...

Updated on: 30 Sep 2023, 11:23 PM

नई दिल्ली:

रिहाई से ठीक पहले फरार हो गया अपराधी... जुर्म-गिरफ्तारी और जेल, ये एक ऐसा दर्दनाक सिलसिला है, जो तमाम दशकों से मुजरिमों को सबक सिखाता आया है. हालांकि समय के साथ-साथ इसमें कई बदलाव भी पेश आए हैं, जो हर गुनाहगार को पहले इंसान, फिर अपराधी करार देता है. इसी लिए अदालत एक तय वक्त बाद कई मुजरिमों को रिहाई दे देती है, ताकि वो अपनी बची-खुची जिंदगी को अपने मन मुताबिक, अच्छे से जी सकें...

मगर क्या हो अगर, कोई गुनाहगार अपनी रिहाई से ठीक कुछ घंटे पहली ही फरार हो जाए? यानि अपनी आजादी के ठीक पहले, वो एक और गुनाह कर जाए. ऐसा ही कुछ हुआ रूस के Irkutsk के पास स्थित मार्कोवा की जेल में, जहां अपनी रिहाई के दिन ही Kamoljon Kalonov नाम का कैदी जेल से भाग गया. 

रिहाई के बदले एक और मामला दर्ज...

Kamoljon Kalonov बीते 22 सालों से दोहरी हत्या, चोरी, गैर कानूनी रूप से हथियार और गोला बारूद रखने सहित अन्य आपराधिक मामलों में जेल में बंद था. सालों के इंतजार के बाद, आखिरकार उसके रिहाई का दिन आ ही गया था. हालांकि अपनी रिहाई वाले दिन, वो सुबह करीब 4 बजे अचानक ही जेल से गायब हो गया, जिसे प्रशासन ने बाद में भगौड़ा करार दे दिया. इससे उसकी रिहाई तो नहीं हुई, उल्टा उसपर एक और मामला दर्ज हो गया.

यहां सवाल था कि आखिर, उसने ऐसा क्यों किया? मामले में जानकारी देते हुए Federal Penitentiary Service of Russia के क्षेत्रीय विभाग ने बताया कि, कैदी Kamoljon Kalonov इरकुत्स्क क्षेत्र के ज़िमा शहर के रहने वाले था, जो पहली बार एक क्रिमिनल कम्युनिटी को संगठित करने के आरोप में जेल भेजा गया था. 

...तो होगी कड़ी सजा

हालांकि साल 1997 में उसे दोबारा जेल से रिहा कर दिया जाता है. मगर फिर साल 2001 में फिर डबल मर्डर के लिए उसे दोषी ठहराते हुए, 22 साल की कैद की सजा सुनाई जाती है. अब जब उसकी रिहाई का दिन आ गया था, तो वो जेल तोड़कर भाग निगला, जो एक अपराध है. Federal Penitentiary Service of Russia के मुताबिक अगर इस बार वो पकड़ में आता है, तो उसे कड़ी से कड़ी सजा सुनाई जाएगी. 

मगर उसने ऐसा क्यों किया? इस सवाल पर जानकार बताते हैं कि, 22 साल की सजा काटने के बाद कैदी Kamoljon Kalonov को पैरोल पर रिहा किया जा रहा था. इसके बाद उसे जबरन मजदूरी के लिए भेजा जाने वाला था. मगर शायद वो ये नहीं करना चाहता था, लिहाजा उसने रिहाई के बदले फरार होना ज्यादा मुनासिब समझा और अपनी कैद के आखिरी दिन वो जेल तोड़कर फरार हो गया.