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लाल किला हिंसा: कोर्ट ने लक्खा सिधाना की गिरफ्तारी से अंतरिम राहत 20 जुलाई तक बढ़ाई

दिल्ली में किसानों ने  26 जनवरी यानी गणतंंत्र दिवस पर ट्रैक्टर रैली का आयोजन किया था, जिसमें लक्खा सिधाना पुलिसकर्मियों पर कथित हमला करने का आरोप लगा था

Updated on: 03 Jul 2021, 01:28 PM

highlights

  • दिल्ली पुलिस ने सिधाना की सूचना देने वाले को एक लाख रुपए के पुरस्कार की घोषणा की थी
  • सिधाना ने गिरफ्तारी के डर से दिल्ली की रोहिणी कोर्ट में अग्रिम जमानत की याचिका दायर की थी
  • 26 जनवरी पर ट्रैक्टर रैलीमें  पुलिसकर्मियों पर कथित हमला करने का आरोप लगा था

नई दिल्ली:

दिल्ली की एक अदालत ने दिल्ली लाल किला हिंसा (Red Fort violence case) के आरोपी और गैंगस्टर-एक्टिविस्ट लक्खा सिधाना (Lakha Sidhana) की गिरफ्तारी से अंतरिम सुरक्षा 20 जुलाई तक बढ़ा दी है. इससे पहले अदालत ने 19 जुलाई तक दंडात्मक कार्रवाई से सुरक्षा प्रदान करते करते हुए उसे जांच में शामिल होने का निर्देश दिया था. आपको बता दें कि दिल्ली में नए कृषि कानूनों (new agricultural laws) के विरोध में किसानों ने  26 जनवरी यानी गणतंंत्र दिवस पर ट्रैक्टर रैली (tractor rally) का आयोजन किया था, जिसमें उस पर पुलिसकर्मियों पर कथित हमला करने का आरोप लगा था. अदालत ने दिल्ली हिंसा के एक अन्य मामले में तीन जुलाई तक गिरफ्तारी में अतंरिम राहत दी थी. आपको बता दें कि इससे पहले दिल्ली पुलिस ने सिधाना के बारे में सूचना देने वाले को एक लाख रुपए के नकद पुरस्कार की घोषणा की थी.

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कोर्ट में अग्रिम जमानत की याचिका दायर की थी

वहीं, सिधाना ने गिरफ्तारी के डर से दिल्ली की रोहिणी कोर्ट में अग्रिम जमानत की याचिका दायर की थी. इस मामले की देखरेख दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी की कानूनी टीम कर रही है. इस मामले में पुलिस द्वारा दर्ज एफआईआर के अनुसार कृषि कानूनों के विरोध में प्रदर्शन कर रहे सिंघु बॉर्डर के प्रदर्शनकारी जीटी रोड करनाल पहुंचे, जहां उन्होंने पुलिस के साथ धक्का-मुक्की की और बैरीकेड उखाड़ फेंके. प्रदर्शनकारियों ने यहां तलवारों के साथ दंगा किया और जान लेने की नीयत से पुलिसकर्मियों पर हमला किया.

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पुलिस को उसे गिरफ्तार करने की चुनौती दी थी

गौरतलब है कि दिल्ली हिंसा के आरोपी और गैंगस्टर-एक्टिविस्ट लक्खा सिधाना ने  पंजाब के बठिंडा में एक सार्वजनिक रैली को संबोधित करते हुए पुलिस को उसे गिरफ्तार करने की चुनौती दी थी. यह रैली किसान आंदोलन में पुलिस एक्शन का सामना कर रहे लोगों के प्रति एकजुटता प्रदर्शित करने के लिए आयोजित की गई थी. हालांकि, सुंयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं ने खुद को इस 'महापंचायत' से दूर रखा, जिसमें हजारों युवा और महिलाओं को शामिल होते देखा गया था. यह महापंचायत मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के पैतृक गांव मेहराज में आयोजित की गई थी. सिधाना के बारे में जानकारी देने वालों को 1 लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा की गई थी. दिल्ली पुलिस ने गणतंत्र दिवस पर लाल किले में किसानों की ट्रैक्टर रैली के दौरान हिंसा भड़काने के आरोप में सिधाना के खिलाफ मामला दर्ज किया था.