logo-image

प्रॉपर्टी के लालच में बेटे-बहू ने ही मार डाला मां-बाप को, वारदात के बाद बहू ने अपना सिर फोड़ा

दोहरे हत्याकांड को अंजाम उस वक्त दिया गया जब, ओमवती और राजसिंह गहरी नींद में सोये हुए थे. मौका पाकर राज सिंह के बेटे सतीश और पुत्रवधू कविता ने चाकू-ईंटों से ताबड़तोड़ वार करके दोनो को मार डाला.

Updated on: 25 Apr 2020, 08:44 AM

highlights

  • घटना के पीछे प्रापर्टी प्रमुख वजह निकल कर सामने आयी है.
  • खर्चे के लिए पैसे नहीं देने पर उठाया बेटे-बहु ने नृशंस कदम.
  • दंपति एक और बेटे और बेटी की तरफ देते थे ज्यादा ध्यान.

नई दिल्ली:

द्वारका पुलिस ने छावला थाना इलाके में दोहरे हत्याकांड (Murder) का पदार्फाश कर दिया. इस सिलसिले में मौत के घाट उतारे गए बुजुर्ग दंपत्ति के पुत्र और बहू को ही गिरफ्तार किया है. घटना के पीछे प्रापर्टी (Property) प्रमुख वजह निकल कर सामने आयी है. डीसीपी द्वारका अंटो अल्फांसो के मुताबिक, गिरफ्तार आरोपियों का नाम सतीश और कविता है. इन दोनों ने घर में मौजूद 61 साल के राज सिंह और 58 साल की ओमवती की गुरुवार-शुक्रवार की रात हत्या कर दी थी. हत्या करने के बाद शवों को मौके पर ही पड़ा रहने दिया.

यह भी पढ़ेंः लॉकडाउन से उकताए लोगों को राहत, आज से खुलेंगी दुकानेंये दुकानें खुलेंगी

सोते समय की हत्या
दोहरे हत्याकांड को अंजाम उस वक्त दिया गया जब, ओमवती और राजसिंह गहरी नींद में सोये हुए थे. मौका पाकर राज सिंह के बेटे सतीश और पुत्रवधू कविता ने चाकू-ईंटों से ताबड़तोड़ वार करके दोनो को मार डाला. घटना के वक्त घर में मौजूद कविता और सतीश के दोनों बच्चे सो रहे थे. घटना छावला थाना क्षेत्र की दुर्गा विहार फेज-2 में हुई थी. पुलिस के मुताबिक, 'दोहरे हत्याकांड को अंजाम देने के बाद भी आरोपी मौके से नहीं भागे. पूरी घटना का भांडा तब फूटा जब मरने वाले दंपत्ति की बड़ी बेटी ने छोटे भाई सतीश को फोन किया. बहन ने उससे कहा कि मां-पिता से बात करा दे. सतीश ने कई बार कहने के बाद भी जब बात नहीं कराई तो बहन खुद ही एक दो रिश्तेदार के साथ मायके वाले मकान पर मां-बाप से मिलने पहुंच गयी.'

यह भी पढ़ेंः अवंतीपोरा में आतंक का एनकाउंटर, सुरक्षाबलों ने तीन आतंकवादियों को मार गिराया

खर्च के पैसे न देने पर उठाया कदम
पुलिस पूछताछ में सतीश और कविता ने कबूल लिया कि राजसिंह और ओमवती की हत्या उन्होंने ही की थी. हत्या की वजह पूछे जाने पर सतीश ने पुलिस को बताया कि उसकी मां और पिता उसे खर्चे के लिए पैसे नहीं देते थे, जबकि उनके पास पैसों की कमी नहीं थी. सतीश पहले ड्राइवरी करता था. लंबे समय से बेरोजगार था, जबकि सतीश के पिता राज सिंह बीते साल ही दिल्ली नगर निगम से रिटायर हुए थे. उनके पास आर्थिक तंगी भी नहीं थी.

यह भी पढ़ेंः Corona Lockdown: मस्जिद में नमाज पढ़ने से रोकने पर पुलिसकर्मियों पर जानलेवा हमला

बेटा नहीं करता था कोई काम
दोहरे हत्याकांड की दूसरी वजह यह भी निकली है कि मां-बाप निठल्ले बेटे सतीश को कम चाहते थे. वे उसकी लड़ने-झड़ने की आदतों से भी परेशान थे. ऐसे में उनका रुझान बड़ी बेटी, जोकि पेशे से शिक्षिका है, उसकी और दूसरी छोटी बेटी की तरफ ज्यादा था. सतीश को यह भी अंदेशा था कि मां-बाप कहीं दोनों प्लाट और मकान दोनों बेटियों को न सौंप दें. इस मुद्दे पर भी सास-ससुर, बहू-बेटे में अक्सर तकरार होती थी.

यह भी पढ़ेंः आतंकियों को पकड़ने की तकनीक से कोरोना संदिग्ध पकड़ रही इमरान सरकार

बहु ने फोड़ा अपना सिर
डीसीपी अंटो अल्फांसो के मुताबिक, 'गिरफ्तार की गयी महिला कविता के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज होने के बाद आत्महत्या करने का भी मामला दर्ज किया गया है, क्योंकि जब पुलिस मौके पर पहुंची, तो पुलिस को बरगलाने के लिए कविता ने अपना सिर खुद ही दीवार में पटक कर फोड़ लिया था, ताकि पुलिस को दोहरे हत्याकांड में कविता दोषी नजर न आये.'