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NHRC ने बालिका गृह से 15 नाबालिग लड़कियों को छुड़ाया (सांकेतिक चित्र)
बिहार के मुजफ्फरपुर शेल्टर होम के बाद अब तमिलनाडु से शेल्टर होम में लड़कियों के यौन उत्पीड़न का मामला सामने आया है. तिरुवन्नमलई जिले के एक आश्रय गृह के प्रभारी पर वहां रहने वाली नाबालिग लड़कियों ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है. जिसके बाद भारतीय राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने शिकायतों पर संज्ञान लेते हुए तमिलनाडु के एक शेल्टर होम से 15 नाबालिग लड़कियों को बचाया है.
एनएचआरसी ने उन रिपोर्टों का संज्ञान लिया है जिनमें कहा गया है कि तमिलनाडु के तिरुवन्नामलाई में एक बालिका गृह नें उसका प्रभारी 15 नाबालिग लड़कियों को बंदी बनाकर उनके साथ यौन शोषण कर रहा है. प्रभारी को पोक्सो एक्ट के तहत गिरफ्तार किया गया है. बचाई गई लड़कियों को एनएचआरसी ने सरकारी सुविधाओं में स्थानांतरित कर दिया है. मामले में आगे की जांच की जा रही है.
The in-charge has been arrested under POCSO Act. The rescued girls have been shifted to a government facility and further investigation in the case is underway. https://t.co/xT4Kmy1jAI
— ANI (@ANI) February 1, 2019
पुलिस ने बताया है कि जिला कलेक्टर केएस कंडासामी ने कल रात शेल्टर होम का निरीक्षण किया था और उसके बाद कैंपस को सील कर दिया गया. इससे पहले शेल्टर होम में रहने वाली कुछ लड़कियों ने अधिकारियों से प्रभारी की शिकायत की थी. लड़कियों ने आरोप लगाा था कि शेल्टर होम का प्रभारी उनका यौन शोषण करता था. इसके अलावा पीड़िताओं ने बताया कि प्रभारी पहले उन्हें पॉर्न दिखाता था और फिर उनका यौन उत्पीड़न करता था.
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तिरुवन्नमलई जिले में शेल्टर होम्स की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अधिकारी एक अभियान चला रहे हैं. इसी अभियान के दौरान लड़कियों ने अधिकारियों से अपनी आपबीती बताई थी. इस अभियान के दौरान कुछ लड़कियों ने प्रभारी के खिलाफ लिखित रूप में यौन उत्पीड़न की शिकायत दर्ज कराई है.
Source : News Nation Bureau