ठग गैंग ने फर्यादि को 5 करोड़ का लोन पास कराने के लिए 5 लाख लेकर कस्तूरबा पुलिस स्टेशन की हद में रामदेव होटल वेस्टर्न एक्सप्रेस हाईवे के पास में मीटिंग के लिए बुलाया। मीटिंग के दौरान ही 2 दोनो आरोपी फर्जी पुलिस बिना ड्रेस के पहुंचे और फर्यादी से 5 लाख रुपये को लेकर पूछताछ करने लगे की ये पैसे कहां से आये और किस काम के लिए आये हैं। दोनो फर्जी पुलिस फर्यादी को बाहर लेकर गए और 5 लाख लेकर फरार हो गये। फर्यादी कस्तूरबा पुलिस स्टेशन गए तो उनको पता चला कि ये पुलिस नहीं फर्जी पुलिस वाले हैं। जिसके बाद कस्तूरबा पुलिस स्टेशन में धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया गया। कस्तूरबा पुलिस की डिटेक्शन ओम टोटावर और राहुल वालुस्कर ने 2 टीम बनाकर मामले की जांच शुरु की।
पुलिस ने सीसीटीवी की मदद से मुख्य आरोपी अजहर सईद पटेल को कोल्हापुर, गणेश वेलवटकर नालासोपारा और रामसिंह डोलगे को दादर से गिरफ्तार किया गया। इन तीनों आरोपियों के पास से ठगी के लाख नगद बरामद कर लिया गया। इन आरोपियों में रामसिंह डोलगे जो नयागांव पुलिस स्टेशन से सस्पेंड है। सभी आरोपी ठग गैंग के है जो ऐसे लोगो की तलाश करते जिनको लोन की जरूरत लगती और लोन के बहाने मीटिंग के दौरान फर्जी पुलिस की रेड कराते और पैसे लेकर फरार हो जाते। इस ठग टीम में लोन दिलाने वाले भी वही होते और और पुलिस की रेड कराने वाले भी ठग गैंग के लोग होते है।
Source : Abhishek Pandey