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ऑनलाइन बेच रहा था पुराना सोफा, साइबर ठग ने उड़ा लिए 63,500 रुपये

Mumbai Online Fraud: ठगी के इस मामले में मीरा-भयंदर वसई-विरार कमिश्नरेट के नवघर थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है. पुलिस आरोपी की तलाश कर रही है.

Updated on: 21 Jul 2021, 11:44 AM

highlights

  • जालसाज ने ग्राहक बनकर इस 24 वर्षीय व्यक्ति से 63,500 रुपये ठग लिए
  • माटुंगा के एक 19 वर्षीय छात्र से जालसाजों ने 1.68 लाख रुपये ठग लिए थे

मुंबई:

Mumbai Online Fraud: साइबर ठगी के मामलों को लेकर आए दिन खबरें आती रहती हैं. ताजा मामले में मुंबई में एक शख्स से साइबर जालसाजों ने हजारों रुपये ठग लिए हैं. दरअसल, वह शख्स एक ऑनलाइन मार्केटप्लेस पर अपने पुराने लोहे के सोफे को बेचने की कोशिश कर रहा था. इंडियन एक्सप्रेस में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक एक साइबर जालसाज ने ग्राहक बनकर इस 24 वर्षीय व्यक्ति से 63,500 रुपये ठग लिए. ठगी के इस मामले में मीरा-भयंदर वसई-विरार कमिश्नरेट के नवघर थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है. पुलिस आरोपी की तलाश कर रही है. बता दें कि कुछ दिन पहले द इंडियन एक्सप्रेस में एक ऐसी ही रिपोर्ट प्रकाशित हुई थी. पुराने सोफे को ऑनलाइन बेचने की कोशिश कर रहे माटुंगा के एक 19 वर्षीय छात्र से जालसाजों ने 1.68 लाख रुपये ठग लिए थे.

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ताजा मामले में शिकायतकर्ता भयंदर (पूर्व) का रहने वाला है और स्थानीय नगर पालिका में लैब ऑपरेटर का काम करता है. वह अपने पुराने लोहे के सोफे को 7,000 रुपये में ऑनलाइन बेचना चाहता था, जिसके लिए उसने 16 जुलाई को एक ऑनलाइन मार्केटप्लेस पर एक विज्ञापन भी दिया था. उसी रात जालसाज ने अंधेरी के एक फर्नीचर की दुकान का मालिक बताकर उसे फोन किया. जालसाज ने कहा कि वह सोफा खरीदना चाहता है और उसने शिकायतकर्ता को अपने मोबाइल फोन पर एक क्यूआर कोड भेजा. जालसाज ने शिकायतकर्ता को क्यूआर कोड स्कैन करने और ई-वॉलेट से 1 रुपये भेजने के लिए कहा और उससे कहा कि उसे 2 रुपये वापस मिलेंगे. शिकायतकर्ता ने क्यूआर कोड को स्कैन किया और 1 रुपये भेजा और जल्द ही उसके बैंक खाते में 2 रुपये आ भी गए.

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फिर जालसाज ने शिकायतकर्ता को 3,500 रुपये भेजने के लिए कहा और उसे 7,000 रुपये मिलेंगे. शिकायतकर्ता ने उस पर भरोसा किया और पैसे भेज दिए, लेकिन जालसाज ने कहा कि उसे कुछ तकनीकी त्रुटि के कारण पैसे नहीं मिले और दूसरा क्यूआर कोड भेजा. जालसाज झूठ बोलता रहा कि उसे पैसे नहीं मिले और वह और क्यूआर कोड भेजता रहा. शिकायतकर्ता ने उस पर भरोसा किया और क्यूआर कोड को कई बार स्कैन किया और 63,500 रुपये ट्रांसफर कर दिए. बाद में उसे एहसास हुआ कि उसे ठगा गया है जिसके बाद उसने स्थानीय पुलिस से संपर्क किया. इस मामले में सोमवार को मीरा-भयंदर वसई-विरार आयुक्तालय के नवघर थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई और आरोपी की तलाश की जा रही है.