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मीट सप्लायर ने महज 4,000 रुपयों के लिए उतार दिया मौत के घाट, 3 गिरफ्तार

अपराध शाखा की मानव तस्करी रोधी टीम भी मामले की जांच कर रही है. पुलिस को पता चला कि मांस का आपूर्तिकर्ता भानू इरशाद के लापता होने के बाद से उसे ढूंढने में उसकी पत्नी की मदद कर रहा था.

Updated on: 26 Sep 2020, 09:54 PM

दिल्ली:

दिल्ली पुलिस ने कथित रूप से मांस आपूर्तिकर्ता को 4,000 रुपये का भुगतान नहीं करने को लेकर बवाना के निवासी की हत्या करने के मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी. पुलिस ने कहा कि इरशाद (35) कथित रूप से दो सितंबर से लापता था. बाद में हरियाणा के सोनीपत के हलालपुर गांव में एक नहर से उसका शव बरामद हुआ. उन्होंने बताया कि गिरफ्तार किये गए लोगों की पहचान भानू उर्फ वकील कुमार (31), पिंटू कुमार (27) और अनिल (26) के रूप में हुई है.

पुलिस ने कहा कि 11 सितंबर को पीड़ित की पत्नी द्वारा नरेला औद्योगिक क्षेत्र थाने में शिकायत दर्ज कराने के बाद मामला सामने आया. महिला ने शिकायत में कहा कि उसका पति दो सितंबर से लापता है. आखिरी बार उसे हरियाणा के सोनीपत के निवासी भानू के साथ देखा था. अपराध शाखा की मानव तस्करी रोधी टीम भी मामले की जांच कर रही है. पुलिस को पता चला कि मांस का आपूर्तिकर्ता भानू इरशाद के लापता होने के बाद से उसे ढूंढने में उसकी पत्नी की मदद कर रहा था.

जांच के दौरान पुलिस को यह भी पता चला कि इरशाद ने भानू से खरीदे गए कच्चे मांस के लिये 4,000 रुपये का भुगतान नहीं किया था. पुलिस उपायुक्त (अपराध) मोनिका भारद्वाज ने कहा, तकनीकी निगरानी और स्थानीय लोगों से पूछताछ के बाद, हमारी टीम 25 सितंबर को गुप्त सूचना के आधार पर नरेला-बवाना पर घोगा मोड़ पर मौजूद भानू और उसके दो साथियों के पास पहुंची. उन्होंने कहा कि पूछताछ के दौरान भानू ने पुलिस को बताया कि उसने कई बार इरशाद से मांस खरीदने के चार हजार रुपये मांगे, लेकिन इरशाद ने पैसे नहीं दिये.

डीसीपी ने कहा कि भानू ने बताया, इरशाद को सबक सिखाने के लिये वह दो सितंबर की सुबह उसके घर गया और उसे अपनी कार में बैठाकर ले गया. उसने इरशाद से कहा कि अगर वह उसे पैसे नहीं दे सकता, तो वह उसके लिये काम करके पैसा चुका दे. भारद्वाज ने कहा, इसके बाद वह उसे नरेला में एक पॉल्ट्री फार्म में ले गया, जहां दो अन्य आरोपी मौजूद थे. भानू ने इरशाद की डंडों से पिटाई शुरू कर दी. जब इरशाद बेहोश हो गया तो भानू और उसके साथी उसे छोड़कर भाग गए.

भानू ने पुलिस को बताया कि इरशाद की मौत हो गई. इसके बाद वह उसी रात वहां लौटा और पिंटू तथा अनिल की मदद से शव को नहर में फेंक दिया. दिल्ली पुलिस ने बताया कि स्थानीय पुलिस ने शव को नहर से बाहर निकालकर उसकी पहचान की. शव को नहर में फेंकने के लिये इस्तेमाल किया गया वाहन बरामद कर लिया गया है.