logo-image

Instagram पर LIVE सुसाइड कर रहा था युवक, जानें कैसे बची जान?

LIVE Suicide: उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद से एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है. यहां ऑनलाइन सुसाइड कर रहे एक युवक को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक ने बचा लिया

Updated on: 02 Feb 2023, 03:01 PM

New Delhi:

LIVE Suicide: उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद से एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है. यहां ऑनलाइन सुसाइड कर रहे एक युवक को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक ने बचा लिया. दरअसल, यहां अभय शुक्ला नाम का एक शख्स इंस्टाग्राम पर लाइव सुसाइड करने जा रहा था, तभी अमेरिका के कैलिफोर्निया स्थित मेटा मुख्यालय में उसका वीडियो दिखाई दिया. तभी मेटा की टीम ने यूपी पुलिस को इसका अलर्ट भेजा, जिसके बाद पुलिस ने युवक के मोबाइल के लोकेशन ट्रैक कर उसकी जान बचा ली. आपको बता दें कि मेटा, फेसबुक और इंस्टाग्राम की पेरेंट कंपनी है. 

जानें कैसे बची युवक की जान

यहां खास बात यह है कि अमेरिका में मेटा को युवक की लाइव सुसाइड का वीडियो मिलने से लेकर गाजियाबाद पुलिस द्वारा उसकी जान बचाने की प्रक्रिया में केवल 13 मिनट का समय लगा. पुलिस ने चुवक को 6 घंटे तक समझाने के बाद उसके परिजनों के साथ भेज दिया. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि उत्तर प्रदेश पुलिस ने अमेरिकन मेटा कंपनी के साथ एक एग्रीमेंट कर रखा है, जिसके अनुसार फेसबुक या इंस्टा पर सुसाइड संबंधी कोई भी पोस्ट मिलने पर कंपनी तुरंत पुलिस को अलर्ट करेगी. 

यह घटना मंगलवार रात करीब 10 बजे की

यह घटना मंगलवार रात करीब 10 बजे की है. तब अभय शुक्ला नाम का यह शख्स इंस्टाग्राम पर लाइव आकर फांसी का फंदा बना रहा ता. मेटा मुख्यालय ने जैसे ही वीडियो को देखा तो तुरंत यूपी पुलिस सोशल मीडिया सेंटर को इसका अलर्ट मेल भेजा और इसके साथ ही पुलिस को शख्स का रिजस्टर्ड मोबाइल नंबर भी भेजा. पुलिस ने अलर्ट मेल मिलते ही बिना देरी लगाए उसकी लोकेशन चेक की, जो गाजियाबाद निकली. पुलिस सोशल मीडिया सेंटर ने इसकी जानकारी गाजिबाद पुलिस को भेजी, जिसके बाद विजयनगर पुलिस ने जाकर चुवक की फांस रुकवा दी. इस तरह से युवक की जान बच गई. 

क्याें सुसाइड करना चाह रहा था युवक

आपको बता दें कि 23 वर्षीय यूपी के ही कन्नौज का रहने वाला है. फिलहाल वह गाजियाबाद के विजयनगर स्थित एस ब्लॉक में रहतॉा है. बताया गया कि गुरुग्राम की कैशिफाई कंपनी की नौकरी छोड़ने के बाद अभय शुक्ला अपना काम करने लगा, जिसके लिए उसने अपनी मां से 90 हजार रुपए उधार भी लिए थे. लेकिन काम न चलने को लेकर अभय परेशान रहने लगा और तनाव में आने लगा. काम में घाटे को अभय बर्दाश्त नहीं कर पाया और घौर निराशा में चला गया, जिसके चलते उसने यह कदम उठाया.