Sawan 2025: सावन के पहले सोमवार को बन रहा स्वाति नक्षत्र और सिद्ध योग, इस दिन ये काम करने से प्रसन्न होंगे भोलेनाथ
IND vs ENG: टीम इंडिया हारने वाली है दूसरा टेस्ट मैच, ये 3 कारण दे रहे हैं इस बात की गवाही
Monsoon 2025: देशभर में समय से पहले पहुंचा मानसून, अगले 7 दिनों तक इन राज्यों में भारी बारिश की आशंका
IND vs ENG: बर्मिंघम टेस्ट में इंग्लैंड के ये 3 खिलाड़ी टीम इंडिया के लिए बनेंगे खतरा, आंकड़े दे रहे गवाही
बारिश के बाद धूप से होती है स्किन प्रॉब्लम, ऐसे रखें अपना ध्यान
Delhi Rain: दिल्ली-एनसीआर समेत देशभर में सक्रिय हुआ मानसून, राजधानी में बारिश का सिलसिला शुरू
'डीके शिवकुमार बनेंगे कर्नाटक के मुख्यमंत्री', कांग्रेस विधायक के दावे से बढ़ी CM सिद्धारमैया की मुश्किल
महाराष्ट्र: सरकार ने थ्री-लैंग्वेज पॉलिसी पर लगाई रोक, अब समिति बनाकर लिया जाएगा फैसला
MP News: बैतूल में जमीनी विवाद को लेकर दो पक्षों में खूनी संघर्ष, जमकर हुई मारपीट, 6 घायल

पुणे के पास लापता आरटीआई कार्यकर्ता का शव मिला, हत्या की आशंका

शिरसाट के परिवार ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी, जिसे बाद में अपहरण के मामले में बदला गया और और अब अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया है.

शिरसाट के परिवार ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी, जिसे बाद में अपहरण के मामले में बदला गया और और अब अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया है.

author-image
saketanand gyan
एडिट
New Update
पुणे के पास लापता आरटीआई कार्यकर्ता का शव मिला, हत्या की आशंका

पुणे में लापता RTI कार्यकर्ता का शव मिला (प्रतीकात्मक तस्वीर)

एक लापता आरटीआई (सूचना का अधिकार) कार्यकर्ता का शव लवासा के पास एक घाटी से बरामद हुआ है. एक पुलिस अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी. भारतीय विद्यापीठ पुलिस थाने के अधिकारी ने कहा कि विनायक शिरसाट का शव सोमवार को मिला और उसे मंगलवार को परीक्षण के लिए भेजा गया.

Advertisment

शिरसाट के परिवार ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी, जिसे बाद में अपहरण के मामले में बदला गया और और अब अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया है.

प्रारंभिक जांच के अनुसार, पुलिस को संदेह है कि विनायक का अपहरण करके हत्या करने के बाद उनके शव को घाटी में फेंक दिया गया.

पुणे के शिवाने-उत्तम नगर के रहने वाले विनायक ने शहर के वडगांव-धायरी क्षेत्रों में और उसके आस-पास अवैध निर्माण से जुड़े मामलों के खिलाफ सक्रियता से काम कर रहे थे, जिसने बिल्डरों को काम रोकने के लिए मजबूर किया और यहां तक कि भारी जुर्माना भी भरना पड़ा.

इस महीने की शुरुआत में, उनके भाई किशोर शिरसाट ने विनायक के घर नहीं लौटने पर गुमशुदगी दर्ज कराई थी और पुलिस ने उनके आखिरी लोकेशन मुथा गांव से उनकी तलाश शुरू की थी.

और पढ़ें : IT विभाग को मिली बड़ी कामयाबी, दिल्ली में 20 हजार करोड़ रुपये के हवाला, मनी लॉन्ड्रिंग रैकेट का पर्दाफाश

शिरसाट की हत्या से पहले, शहर में जनवरी 2010 में आरटीआई कार्यकर्ता सतीश शेट्टी की हत्या कर दी गई और फिर अगस्त 2013 में तर्कवादी मेडिको नरेंद्र दाभोलकर की हत्या कर दी गई.

सतीश शेट्टी के भाई संदीप ने बताया, 'मारे गए अधिकांश आरटीआई कार्यकर्ता जमीन, रियल्टी और धोखाधड़ी के बड़े मामलों से संबंधित संवेदनशील क्षेत्रों में काम कर रहे थे. हालांकि, अभी तक एक भी मामले में किसी को दोषी नहीं ठहराया गया है, जो यह दशार्ता है कि कोई भी आरटीआई कार्यकर्ताओं की हत्या करके भाग सकता है.'

Source : IANS

maharashtra rti पुणे Pune Police RTI activist RTI activist murder Vinayak Shirsath आरटीआई कार्यकर्ता विनायक शिरसाट
      
Advertisment