निसंतान दंपतियों को IVF तकनीकि से संतान देने वाले एक डच फर्टिलिटी डॉक्टर पर आरोप है कि उसने बिना दंपतियों की अनुमति के अपना ही स्पर्म प्रयोग कर 49 बच्चों का पिता बन गया. इस बात का खुलासा डीएनए टेस्ट से हुआ है. अब से 2 साल पहले इस आरोपी डॉक्टर की मौत भी हो चुकी है. डॉक्टर जन करबाट ने रॉटरडैम के पास बिजडॉप स्थित क्लिनक में बिना महिलाओं की अनुमति लिए अपने स्पर्म से उन्हें गर्भवती किया था. दो साल बाद मामले में जब खुलासा हुआ तो पता चला कि डॉक्टर महिलाओं के क्लीनिक में आने के बाद उन्हें गर्भवती करने के लिए दाता से स्पर्म लेने की बजाए अपने ही स्पर्म उपयोग करता था.
आरोपी डॉक्टर करबाट 49 बच्चों के पिता हैं
आरोप लगाने वाले संगठन ने बताया कि, 'दक्षिणी पूर्वी शहर निज्मेजेन के एक अस्पताल में शुक्रवार को आए डीएनए परीक्षणों के परिणामों से पता चला है कि डॉक्टर करबाट 49 बच्चों के पिता हैं.' जिसके बाद से इस बात पर गहरा संदेह हुआ है कि करबाट क्लिनिक में अपने स्पर्म (शुक्राणुओं) का इस्तेमाल करता था. यह बाद तब सामने आई जब एक डच कोर्ट ने फरवरी महीने में करबाट के डीएनए को सभी माता-पिता और बच्चों के लिए एक साथ पेश करने की बात कही ताकि वो खुद इस बात की जांच कर सके.
डॉक्टर करबाट ने माना था कि वो लगभग 60 बच्चों के पिता हैं
डॉक्टर करबाट में अपनी मौत से पहले 89 वर्ष की उम्र में अपने आप को लगभग 60 बच्चों का पिता होने की बात स्वीकार की थी. डॉक्टर करबाट के क्लिनिक को अनियमितताओं के चलते साल 2009 में बंद कर दिया गया था. डच की एक स्थानीय समाचार पत्र की रिपोर्ट के मुताबिक करबाट ने कई स्पर्म डोनर्स के स्पर्म को मिलाने और फर्जी दस्तावेज देने की बात भी स्वीकार की थी. करबाट से पैदा हुए संदिग्ध बच्चों के ग्रुप ने उसके परिवार को अदालत में घसीटकर, करबाट के डीएनए प्रोफाइल को जारी करने की मांग की. जिसे एक सुरक्षित स्थान पर बंद रखा गया था.
इसके अलावा कोर्ट ने यह आदेश भी दिया जिसको भी शक है कि उनके बच्चे का पिता डॉक्टर करबाट है वो अपने बच्चों का डीएनए टेस्ट की अपील कर सकता है.
Source : News Nation Bureau