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दिल्ली से ईरानी चोर गिरफ्तार, चोरी की विदेशी करेंसी और कार बरामद

दिल्ली के लाजपत नगर से पुलिस ने ईरानी विदेशी नागरिक हुसैन रजाफर्ड अहमद को गिरफ्तार किया है. उसकी गिरफ्तारी के साथ 2000 अमरीकी डालर, 4000 सूडानी पाउंड, 28,000 ईरानी रियाल, 200 सऊदी रियाल, 5000 आईएनआर और अपराध में इस्तेमाल की गई...

Updated on: 19 Jun 2022, 10:07 AM

highlights

  • दिल्ली से ईरानी चोर गिरफ्तार
  • विदेश से आने वाले लोगों को बनाता था शिकार
  • खुफिया अधिकारी बन कर देता था वारदात को अंजाम

नई दिल्ली:

दिल्ली के लाजपत नगर से पुलिस ने ईरानी विदेशी नागरिक हुसैन रजाफर्ड अहमद को गिरफ्तार किया है. उसकी गिरफ्तारी के साथ 2000 अमरीकी डालर, 4000 सूडानी पाउंड, 28,000 ईरानी रियाल, 200 सऊदी रियाल, 5000 आईएनआर और अपराध में इस्तेमाल की गई एक कार उसके पास से बरामद की गई है. ये ईरानी चोर बहुत शातिर तरीके से वारदात को अंजाम देता था. ये पहले तो अपने शिकार पर नजर रखते थे, फिर खुफिया अधिकारी बन कर लूट को अंजाम देते थे.

कार को ओवरटेक कर दिया वारदात को अंजाम, बताया खुफिया अधिकारी

ताजे मामले में मोहम्मद बकरी नाम के शक्स ने शिकायत की थी कि शाम लगभग 04:40 बजे, वो अपनी पत्नी के साथ एससीआई अस्पताल, ग्रेटर कैलाश से लौट रहे थे. अचानक एक एसएक्स4 कार में तीन लोग आए और उन्हें रोक लिया. इसके बाद, उन्होंने खुद को खुफिया एजेंसी के अधिकारियों के रूप में पेश किया और इस बहाने उसके बैग की तलाशी लेना शुरू कर दिया कि वह ड्रग्स ले सकता है. बैग की तलाशी लेने के बाद वे मौके से फरार हो गए. जब शिकायतकर्ता ने अपने बैग में देखा, तो उसने पाया कि रुपये सहित नकद 50,000 भारतीय रुपये, 6500 अमेरिकी डॉलर और कुछ सूडानी पाउंड गायब थे. इस मामले में थाना लाजपत नगर में मामला दर्ज कर मामले की जांच की गई.

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सर्विलांस की मदद से पुलिस ने किया गिरोह का भंडाफोड़

पुलिस ने घटना स्थल के पास लगे कैमरों के सीसीटीवी फुटेज का विश्लेषण किया, जिसमें एक संदिग्ध कार नंबर DL2CAL-XXXX की पहचान की. ये कार लकी क्वीन टूरिज्म के नाम से पंजीकृत पाई गई. टीम ने फर्म के मालिक से संपर्क किया, जिसने कहा कि उसने लगभग 3 महीने पहले एक नवाब को कार बेची थी. नवाब के पते पर पहुंचने पर पता चला कि नवाब गुड़गांव से पहले ही निकल चुका था. इसके बाद पुलिस टीम ने फर्म के मालिक से नवाब का मोबाइल नंबर लेकर सर्विलांस पर लगा दिया. आरोपित नवाब के लगातार संपर्क में रहने के कारण इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस के आधार पर एक और मोबाइल नंबर सर्विलांस कर लगाया और टीम नवाब के सह-सहयोगी हुसैन रेजाफर्ड अहमद पुत्र अहमद निवासी लाजपत नगर-द्वितीय, दिल्ली की उम्र 46 वर्ष को गिरफ्तार करने में सफल रही. उसे पुलिस हिरासत में ले लिया गया. पूछताछ के दौरान उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया. 

मेडिकल वीजा पर आने वाले लोगों को बनाता था शिकार

पूछताछ करने पर आरोपित हुसैन रेजाफर्ड अहमद ने खुलासा किया कि वह ईरान के तेहरान का रहने वाला है और मेडिकल वीजा पर भारत आया था. वह ज्यादा पढ़ा-लिखा नहीं है और अपने साथियों से दोस्ती करने के बाद अपराध की ओर आकर्षित हो गया. तीनों ने मेडिकल वीजा पर दिल्ली आने वाले विदेशी नागरिकों को निशाना बनाया. वे उन व्यक्तियों की गतिविधियों पर नज़र रखते हैं जो अस्पताल जाते हैं. इसके बाद वो अपने कारनामों को अंजाम देते थे. दिल्ली पुलिस ने गिरफ्त में आए अपराधी के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है.