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नार्को, पॉलीग्राफ टेस्ट से नतीजे नहीं निकले तो ऐसे सच बोलेगा आफताब

श्रद्धा वॉकर हत्याकांड की जांच कर रहे जांचकर्ताओं को अगर पॉलीग्राफ और नार्को टेस्ट से कोई निष्कर्ष नहीं मिलता है तो आफताब अमीन पूनावाला का ब्रेन मैपिंग कराया जा सकता है. फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (एफएसएल) के एक सूत्र ने कहा- आफताब की पॉलीग्राफ परीक्षण रिपोर्ट दो दिनों के भीतर प्रस्तुत की जाएगी और उसका नार्को परीक्षण गुरुवार या शुक्रवार को करने की उम्मीद है. नार्को टेस्ट के बाद, अभियुक्त द्वारा अपेक्षित उत्तर नहीं मिलने पर यह जांचकर्ताओं पर निर्भर है कि वह ब्रेन मैपिंग की मांग करें.

Updated on: 30 Nov 2022, 09:18 PM

नई दिल्ली:

श्रद्धा वॉकर हत्याकांड की जांच कर रहे जांचकर्ताओं को अगर पॉलीग्राफ और नार्को टेस्ट से कोई निष्कर्ष नहीं मिलता है तो आफताब अमीन पूनावाला का ब्रेन मैपिंग कराया जा सकता है. फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (एफएसएल) के एक सूत्र ने कहा- आफताब की पॉलीग्राफ परीक्षण रिपोर्ट दो दिनों के भीतर प्रस्तुत की जाएगी और उसका नार्को परीक्षण गुरुवार या शुक्रवार को करने की उम्मीद है. नार्को टेस्ट के बाद, अभियुक्त द्वारा अपेक्षित उत्तर नहीं मिलने पर यह जांचकर्ताओं पर निर्भर है कि वह ब्रेन मैपिंग की मांग करें.

छह सत्रों के बाद, पॉलीग्राफ टेस्ट आखिरकार मंगलवार को समाप्त हो गया. सूत्रों ने कहा, उसने श्रद्धा की हत्या करने और उसके शरीर के अंगों को जंगल में ठिकाने लगाने की बात कबूल की है. उसके कई लड़कियों से संबंध भी थे. इस बीच, एफएसएल अधिकारियों ने कहा कि मामले के जांचकर्ताओं को नियमित रूप से अपडेट किया जा रहा है. एक अधिकारी ने कहा, पॉलीग्राफ रिपोर्ट में आफताब से पूछे गए सभी सवाल और उस पर उनके जवाब होंगे. हर जवाब के लिए, एफएसएल अधिकारी रीडिंग के आधार पर अपनी राय साझा करेंगे कि आफताब ने सच्च बोला या झूठ.

इससे पहले मंगलवार को एक अदालत ने दिल्ली पुलिस को आफताब का 1-5 दिसंबर को नार्को टेस्ट कराने की इजाजत दी थी. सूत्रों ने कहा कि इस मामले में पॉलीग्राफ और नार्को टेस्ट अनिवार्य है, क्योंकि आफताब पूछताछ के दौरान गुमराह करने की कोशिश करता रहा.

नार्को, जिसे सत्य सीरम के रूप में भी जाना जाता है, में एक दवा का अंत:शिरा शामिल होता है (जैसे सोडियम पेंटोथल, स्कोपोलामाइन और सोडियम अमाइटल). इसमें व्यक्ति संवेदनहीनता के विभिन्न चरणों में प्रवेश करता है. सम्मोहक अवस्था में, व्यक्ति कम संकोची हो जाता है और जानकारी प्रकट करने की अधिक संभावना होती है, जो आमतौर पर सचेत अवस्था में प्रकट नहीं होती.

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.